सूर्य अर्घ्य से कई जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं। सूर्योदय को जल का अर्घ्य देने के कई पर्व हैं लेकिन अस्ताचल सूर्य को पूजने का यही एक पर्व है छठ। सूर्य को अर्घ्य देने से इस जन्म के साथ किसी भी जन्म में किए गए पाप नष्ट हो जाते हैं। अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने से छठ मैया नि:संतान को संतान देती और संतान की रक्षा करती हैं। उक्त बातें पाकी विधानसभा के विधायक डॉक्टर कुशवाहा शशिभूषण मेहता ने 25000 छठ भर्तियों के बीच पूजन सामग्री बांटने के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की नीति और नियति स्पष्ट है। सामाजिक भेदभाव की खाई को समाप्त कर “एक पांकी श्रेष्ठ पाकी” के सपने को साकार करने का प्रयास लगातार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व के जनप्रतिनिधि वोटर कार्ड और आधार कार्ड के आधार पर योजनाओं व सामाजिक कार्यों में जनता की भागीदारी को सुनिश्चित करते थे। परंतु भारतीय जनता पार्टी पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं और लाभ पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।
ज्ञात हो कि पांकी विधानसभा क्षेत्र दशकों से सामाजिक भेदभाव व जातिगत राजनीति का घोतक रहा है, राजनीतिक दलों एवं जनप्रतिनिधियों ने अपने राजनीतिक हितों के लिए अक्सर इस दूरी को बरक़रार रखा। लेकिन मौजूदा विधायक ने क्षेत्र में व्याप्त इस मानसिकता व दूरी को ख़त्म करने को सिर्फ ठाना ही नहीं बल्कि अंत्योदय के सपने को संजोते हुए क्षेत्र में लगातार प्रयासरत व कार्यरत हैं।
पांकी विधानसभा क्षेत्र के लोगों का एक स्वर में मानना है कि आखिरकार उन्हें भी ऐसा प्रतिनिधि मिला जो वैश्य-सवर्ण राजनीति से ऊपर उठ सबको साथ लेकर आगे बढ़ रहा है और जरूरतमंद चाहे किसी भी वर्ग के हों विधायक सबों को समान हक़, अधिकार और सम्मान मिलने हेतु हर माध्यम व स्तर से आवाज़ बुलंद कर रहे हैं। वर्तमान में सकारात्मक सोशल इंजीनियरिंग का एक बेहद शानदार उदाहरण के रूप में पांकी विधानसभा स्थापित हो रहा है ।