इंग्लैंड की दो बच्चों की एक युवा मां की तुर्की में छुट्टी के दौरान अप्रत्याशित रूप से मौत हो गई, […]
National
दिल्ली में कोविड के 104 सक्रिय मामले, एक हफ्ते में 99 नए केस दर्ज
दिल्ली में कोरोनावायरस के 100 से अधिक नए मामले सामने आए हैं, जो इस संक्रामक बीमारी के फिर से उभरने […]
“उसे घेरे हुए 6 बंदूकधारी”: जब स्कॉटिश यूट्यूबर ने पाक में ज्योति मल्होत्रा से मुलाकात की
पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लाहौर के अनारकली बाजार […]
“अमेरिका संयुक्त राज्य अमेरिका में था”: एस. जयशंकर ने ट्रंप के भारत-पाक मध्यस्थता के दावे पर दिया जवाब
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दोहराया कि भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में शत्रुता का रुकना एक प्रत्यक्ष […]
‘सभी हदें पार’: सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु छापों को लेकर प्रवर्तन निदेशालय को फटकारा
गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) को “सभी हदें पार करने” और संघीय शासन की अवधारणा का उल्लंघन करने […]
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज गुजरात के भुज एयर फोर्स स्टेशन का दौरा किया
यह दौरा हाल ही में सफलतापूर्वक संपन्न हुई भारत की ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद हुआ, जिसमें पाकिस्तान के कई महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों और आतंकवादी ठिकानों को तबाह किया गया। पाकिस्तान ने भुज एयरबेस पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए थे, लेकिन भारतीय वायुसेना की मजबूत एयर डिफेंस प्रणाली ने सभी हमलों को हवा में ही नाकाम कर दिया, जिससे ज़मीन पर कोई नुक़सान नहीं हुआ। राजनाथ सिंह ने इससे पहले जम्मू-कश्मीर का भी दौरा किया था, जहाँ उन्होंने लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की।
पाकिस्तान ने भारत से की इंद्र जल संधि निलंबन के फैसले पर पुनर्विचार की अपील, मोदी सरकार का कड़ा रुख
पाकिस्तान ने भारत को पत्र लिखकर इंद्र जल संधि (Indus Waters Treaty) के निलंबन के फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय ने नई दिल्ली को पत्र भेजकर भारत से संधि के तहत अपनी ओर बहने वाली नदियों के जल प्रवाह को फिर से शुरू करने का अनुरोध किया है। बता दें कि 1960 में विश्व बैंक की मध्यस्थता में हुई यह जल बंटवारा संधि पिछले छह दशक से लागू है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 नागरिकों की जान गई थी, के बाद भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए इस संधि को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया था। “पानी और खून साथ नहीं बह सकते” — पीएम मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद अपने संबोधन में साफ शब्दों में कहा, “पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते। आतंक और बातचीत साथ नहीं हो सकते। आतंक और व्यापार भी एक साथ नहीं चल सकते।” भारत का कहना है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद के लिए अपना समर्थन पूरी तरह और विश्वसनीय तरीके से समाप्त नहीं करता, तब तक इस संधि को बहाल नहीं किया जाएगा। भारत ने अपनाई तीन-स्तरीय रणनीति सरकार ने अब तीन-स्तरीय रणनीति (शॉर्ट-टर्म, मिड-टर्म और लॉन्ग-टर्म) तैयार की है ताकि पाकिस्तान की ओर जाने वाले जल प्रवाह को पूरी तरह रोका जा सके। जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने कहा कि “एक भी बूंद पानी भारत की सीमा से बाहर नहीं जाने दी जाएगी, उसका पूरा उपयोग देश में ही होगा।” इसी के तहत, रुके हुए हाइड्रो प्रोजेक्ट्स को तेजी से पूरा करने की तैयारी भी शुरू हो गई है। पाकिस्तान ने दी आंतरिक संकट की चेतावनी पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय ने अपने पत्र में चेताया है कि संधि का निलंबन उसके देश में जल संकट और गंभीर स्थिति पैदा कर सकता है। लेकिन भारत ने इसे खारिज करते हुए पाकिस्तान पर राज्य प्रायोजित आतंकवाद को लगातार बढ़ावा देने का आरोप लगाया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा, […]
“जाइए और माफ़ी मांगिए”: सुप्रीम कोर्ट ने मंत्री विजय शाह को फटकार
सुप्रीम कोर्ट ने आज मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री विजय शाह को सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर कड़ी फटकार लगाई। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने मंत्री के बयान को अस्वीकार्य और असंवेदनशील बताया और कहा कि संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों को अपने शब्दों पर संयम रखना चाहिए। मुख्य न्यायाधीश ने मंत्री से कहा, “आप किस तरह की बातें कर रहे हैं? आपको अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। जाइए और हाईकोर्ट में माफ़ी मांगिए।” इस विवादास्पद टिप्पणी को लेकर विपक्ष, सेना के पूर्व अधिकारी और सत्तारूढ़ भाजपा के कुछ नेताओं ने भी मंत्री की आलोचना की। इसी बीच, हाईकोर्ट ने भी इस मामले का संज्ञान लेते हुए मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। सुप्रीम कोर्ट ने मंत्री की गिरफ्तारी पर अंतरिम रोक की मांग भी खारिज कर दी। अदालत ने कहा, “एक दिन में कुछ नहीं होगा, आप जानते हैं कि आप कौन हैं।” सुप्रीम कोर्ट अब शुक्रवार को इस मामले पर सुनवाई करेगा। क्या था मामला? 12 मई को मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के रायकुंडा गांव में एक सभा को संबोधित करते हुए विजय शाह ने पहलूगाम आतंकी हमले का जिक्र किया, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान उन्होंने भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी पर परोक्ष रूप से आपत्तिजनक और सांप्रदायिक टिप्पणी कर दी। अपने भाषण में शाह ने कहा,“उन्होंने हमारी बहनों को विधवा बनाया, तो मोदीजी ने उनकी बहन को भेजकर उन्हें सबक सिखाया।” हालाँकि, उन्होंने नाम नहीं लिया, लेकिन संदर्भ और समय ने साफ़ कर दिया कि इशारा कर्नल सोफिया कुरैशी की ओर ही था, जो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत लगातार राष्ट्रीय प्रेस ब्रीफिंग्स में दिखाई दी हैं। हाईकोर्ट की सख़्ती मध्य प्रदेश हाईकोर्ट, जबलपुर ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीजीपी को उसी दिन शाम तक मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। अदालत ने कहा कि यदि आदेश का पालन नहीं हुआ, तो अवमानना की कार्रवाई की जाएगी। कोर्ट ने टिप्पणी की,“सेना इस देश की अंतिम संस्था है, जो अनुशासन, त्याग, चरित्र और साहस का प्रतीक है। इस तरह की टिप्पणियां न केवल अवैध हैं, बल्कि देश की एकता को भी नुकसान पहुँचाती हैं।” राजनीतिक बवाल इस मामले पर राजनीति भी गरमा गई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की। वहीं, मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भाजपा पर नफ़रत फैलाने का आरोप लगाया। सहयोगी दलों और खुद भाजपा के भीतर से भी विरोध सामने आया। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी इसे ‘शर्मनाक’ बताते हुए कहा,“विजय शाह को तुरंत मंत्री पद से हटाकर उन पर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। उन्होंने देश का सिर झुका दिया है।” मंत्री का बचाव विवाद बढ़ने पर विजय शाह ने कई बार माफ़ी मांगी। उन्होंने कहा,“मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। सोफिया बहन ने जाति-धर्म से ऊपर उठकर देश का नाम रोशन किया है। मैं उन्हें अपनी बहन से भी ज्यादा सम्मान देता हूं। अगर मेरे शब्दों से किसी को ठेस पहुंची है, तो मैं दस बार माफ़ी मांगने को तैयार हूं।”
जम्मू-कश्मीर के शोपियां में मुठभेड़, तीन आतंकवादी ढेर — एक और की तलाश जारी
जम्मू-कश्मीर के शोपियां ज़िले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच भीषण मुठभेड़ में तीन आतंकियों को मार गिराया गया है। आशंका है कि इलाके में अब भी एक और आतंकी छिपा हो सकता है। यह मुठभेड़ पहले कुलगाम में शुरू हुई थी, जो बाद में शोपियां के जंगलों तक पहुंच गई। सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों ने खुफिया जानकारी के आधार पर आतंकियों को घेर लिया था, और करीब दो घंटे तक मुठभेड़ चली। ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ा सख्ती का स्तरइस कार्रवाई का समय बेहद अहम है, क्योंकि यह ऑपरेशन सिंदूर के बाद हो रही है। बता दें, पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की हत्या के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए थे। इसके साथ ही भारत ने साफ कर दिया था कि अब हर आतंकी हमला युद्ध की कार्यवाही मानी जाएगी और उसका करारा जवाब दिया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी का सख्त संदेशप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा था कि: प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान की राज्य प्रायोजित आतंकवाद की सच्चाई को एक बार फिर दुनिया के सामने उजागर किया, जब मारे गए आतंकियों को अंतिम विदाई देने पाकिस्तान के सेना अधिकारी पहुंचे। पाकिस्तान को भी मिला करारा जवाब7 मई को भारत ने पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए। जवाब में पाकिस्तान ने नागरिक इलाकों पर भारी गोलाबारी और ड्रोन हमले किए, जिनमें कुछ जानें भी गईं। भारत की वायुसेना और एयर डिफेंस सिस्टम ने ज्यादातर हमलों को नाकाम कर दिया। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों और एयरबेस को निशाना बनाकर भारी नुकसान पहुँचाया। 10 मई को संघर्षविराम की घोषणा हुई, लेकिन भारतीय सेना ने साफ कहा है कि पाकिस्तान की किसी भी हिमाकत का जवाब उसी सख्ती से दिया जाएगा।
इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट 1947 के समझौते को निरस्त करने की मांग
भारत और पाकिस्तान के सीमा में तनाव की स्थिति बनी हुई है | लगातार पाकिस्तान के खिलाफ भारत जवाबी कार्रवाई […]