निःसंतान दंपतियों को महानगरों में मिलने वाली सुविधा अब रांची शहर तक पहुंच चुकी है। मंगलवार को रांची के बरियातू में ओएसिस फर्टिलिटी आईवीएफ सेंटर का उद्घाटन किया गया। शुभारंभ कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सह मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव शरीक हुए। श्री उरांव ने आईवीएफ सेंटर खोले जाने पर बधाई देते हुए कहा कि छोटे शहरों में आईवीएफ सेंटर खोला जाना प्रशंसनीय कार्य है।
दैनिक जीवन मे मनुष्यों के खान पान और रहन सहन में अनियमितता के कारण बढ़ती निःसन्तानता को दूर करने के उद्देश्य से एडवांस टेक्नोलॉजी के सहारे उसे खुशियां देने की कोशिश सराहनीय कदम है। इससे गरीब लोगों के परिवार में भी बच्चों की किलकारी गूंजेगा। वहीं सेंटर के हेड डॉ सर्बजय सिंह ने बतायी कि वर्तमान समय मे बढ़ती व्यस्तता और खान पान की वजह से परिवारिक जीवन के उथल पुथल से गर्भधारण करने में दिक्कत होती है। ओएसिस आईवीएफ के क्षेत्र में आने वाले मरीजों को गुणवत्तापूर्ण जांच और फ़र्टिलिटी के माध्यम से इस बांझपन को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। आईवीएफ एक महंगी विधि मन जाता है इसके कारण बहुत से लोग इसे अपनाने में संकोच करते है। इन्ही बातों को ध्यान में रखते हुये काम खर्च पर महानगर में मिलने वाली सुविधा के साथ आईवीएफ सेंटर की शुरुआत रांची में की जा रही है। इस सेंटर के खुलने से नि:संतान महिलाएं अब बच्चे का सुख आसानी से ग्रहण कर सकती है। वहीं इस सेंटर में स्पर्म बैंक की सुविधा भी दी जायेगी। इसमें कोई भी व्यक्ति आठ से नौ साल तक इसे फ्रिज कर रिजर्व रख सकते है।
ओएसिस टेक्नोलॉजी के साइंटिफिक हेड डॉ कृष्णा चैतन्य ने कहा कि फर्टिलाइजेशन विधि से बच्चा जनन करने की आसान विधि है। नि:संतान महिलाओं को जनन सुख के लिए अब बड़े शहरों का चक्कर लगाना नहीं पड़ेगा। उन्होंने बताया कि टेस्ट ट्यूब बेबी को परखनली शिशु के नाम से भी जाना जाता है। यह एक एक प्रकार का कृत्रिम निषेचन है। यह उन जोड़ों के लिए उपयोगी है जो बहुत प्रयासों के बाद भी संतान सुख से वंचित हैं। इस विधि में मां के अंडाशय से एक अंडा और पिता का एक शुक्राणु लिया जाता है व इसका निषेचन एक परखनली में कराया जाता है। कुछ समय बाद इसे मां के गर्भाशय में बढ़ने दिया जाता है। इस दौरान ओसिस के चिकित्सकों ने विभिन्न बीमारियों और इलाज से संबंधित कई विशेष बिंदुओं पर भी जानकारी दी। इस मौके पर डॉ शोभा चक्रवर्ती, को फाउंडर डॉ दूर्गा राव, रांची विश्विद्यालय कुलपति रमेश पांडे, आरआरडीए अध्यक्ष परमा सिंह सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।