मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज रात बिरसा मुंडा एयरपोर्ट रांची में लेह लद्दाख से हवाई जहाज से लौटने वाले प्रवासी मजदूरों का स्वागत किया। इस मौके पर उन्होंने प्रवासी मजदूरों से बातचीत कर उनका हालचाल भी जाना। उन्होंने कहा कि हवाई जहाज से प्रवासी मजदूरों को विधिवत तरीके से लाने का सिलसिला शुरू हो चुका है। अब अंडमान में फंसे हुए प्रवासी मजदूरों को भी हवाई मार्ग से झारखंड लाने की पहल की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे इलाकों जहां ट्रेन अथवा अन्य परिवहन साधनों के विकल्प सीमित है, वहां से प्रवासी मजदूरों को हवाई जहाज से वापस लाया जाएगा। इस सिलसिले में राज्य के अधिकारी केंद्र सरकार के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रवासी मजदूरों को हवाई जहाज से लाने के लिए लगातार प्रयासरत थी। इस सिलसिले में केंद्रीय गृह मंत्रालय को अनुमति देने के लिए कई बार पत्र लिखा गया था। मुझे खुशी है कि झारखंड में प्रवासी मजदूरों को हवाई जहाज से वापस लाने का सिलसिला शुरू हुआ है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि झारखंड देश का ऐसा पहला राज्य है जिसने सबसे पहले हवाई जहाज से मजदूरों को वापस लाने की मांग केंद्र सरकार से की थी।