कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल का पहला साल आज शनिवार को पूरा हो रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता के नाम पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने पिछले 1 साल की सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया, साथ ही यह भी कहा कि एक साल में लिए गए फैसले बड़े सपनों की उड़ान है।
प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र में लिखा कि आज से एक साल पहले भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक नया स्वर्णिम अध्याय जुड़ा। देश में दशकों बाद पूर्ण बहुमत की किसी सरकार को लगातार दूसरी बार जनता ने जिम्मेदारी सौंपी थी। इस अध्याय को रचने में आपकी बहुत बड़ी भूमिका रही है। ऐसे में आज का यह दिन मेरे लिए, अवसर है आपको नमन करने का, भारत और भारतीय लोकतंत्र के प्रति आपनी इस निष्ठा को प्रणाम करने का।
पीएम मोदी ने लिखा कि 2019 में आपका आशीर्वाद, जनता का आशीर्वाद, देश के बड़े सपनों के लिए था, आशाओं-आकंक्षाओं की पूर्ति के लिए था। इस एक साल में लिए गए फैसले इन्हीं बड़े सपनों की उड़ान है। उन्होंने आगे लिखा कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ इस मंत्र को लेकर आज देश सामाजिक हो या आर्थिक, वैश्विक हो या आंतरिक, हर दिशा में आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल के पहले साल की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए लिखा, ‘पिछले एक साल में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय ज्यादा चर्चा में रहे और इस वजह से इन उपलब्धियों का स्मृति में रहना भी बहुत स्वाभाविक है।’ अनुच्छेद 370, राम मंदिर निर्माण, तीन तलाक हो या फिर नागरिकता संशोधन कानून, ये सारी उपलब्धियां सभी को स्मरण हैं।
वैश्विक महामारी कोरोना का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हम तेज गति से आगे बढ़ रहे थे कि कोरोना वैश्विक महामारी ने भारत को भी घेर लिया। कई लोगों ने आशंका जताई थी जब कोरोना भारत पर हमला करेगा तो भारत पूरी दुनिया के लिए संकट बन जाएगा। लेकिन आज आपने भारत को देखने का नजरिया बदलकर रख दिया है।
प्रवासी श्रमिकों को हो रही असुविधा पर पीएम मोदी ने कहा कि निश्चित तौर पर इतने बड़े संकट में कोई ये दावा नहीं कर सकता कि किसी को कोई तकलीफ या असुविधा न हुई हो। श्रमिक, प्रवासी मजदूर भाई-बहन, छोटे-छोटे उद्योगों में काम करने वाले कारीगर, पटरी पर सामान बेचने वाले, रेहड़ी-ठेला लगाने वाले, दुकानदार, लघु उद्धमियों ने असीमित कष्ट सहा है। इनकी परेशानियों को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज समय की मांग है कि हमें अपने पैरों पर खड़ा होना ही होगा। अपने बलबूते पर चलना ही होगा और इसके लिए एक ही मार्ग है आत्मनिर्भर भारत। अभी हाल में आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए दिया गया 20 लाख करोड़ का पैकेज इसी दिशा में उठाया गया बड़ा कदम है। यह अभियान हर किसी के लिए नए अवसरों का दौर लेकर आएगा। भारत आयात पर अपनी निर्भरता कम करेगा और आत्मनिर्भरता की ओर आगे बढ़ेगा।