झारखंड के रामगढ़ जिले के प्रसिद्ध रजरप्पा सिद्ध पीठ मंदिर में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं, जहां दामोदर और भैरवी नदियों का जलस्तर बढ़ने से मंदिर परिसर में पानी घुस गया है। काली मंदिर जाने के रास्ते और मां छिन्नमस्तिका मंदिर की सीढ़ियों तक पानी पहुंच चुका है। बलि स्थल, मुंडन स्थल, वीआईपी गेट, और मंदिर का कार्यालय भी पानी में डूबे हुए हैं। कीयू कॉम्प्लेक्स, रीसाइकलिंग प्लांट, और तांत्रिक घाट भी जलमग्न हो गए हैं।
2017 के बाद यह पहली बार है जब रजरप्पा मंदिर के आसपास ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है। मंदिर न्याय समिति ने माइकिंग कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है, जबकि पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर लोगों को नदी किनारे जाने और सेल्फी लेने से मना किया है।
भैरवी नदी में आई बाढ़ के कारण मंदिर और नदी से सटे सैकड़ों दुकानों को नुकसान पहुंचा है। दुकानों के अंदर रखा सामान भी बर्बाद हो गया है, और भैरवी नदी पर बना छिलका पुल पूरी तरह से पानी में डूब गया है, जिससे गोला की ओर से मंदिर आने का रास्ता बंद हो गया है।
कीयू कॉम्प्लेक्स के मेन गेट को बंद कर दिया गया है, लेकिन श्रद्धालुओं का मंदिर पहुंचना जारी है। मंदिर न्यास समिति के सचिव सुभाषिस पांडा ने बताया कि मंदिर समिति और जिला प्रशासन सुरक्षा को लेकर सतर्क हैं, और लोगों को लगातार माइकिंग के जरिए सचेत किया जा रहा है। पुलिस भी जगह-जगह तैनात है और नदी किनारे जाने से रोका जा रहा है।