खटीमा। नगरा तराई निवासी BSF हेड कांस्टेबल बजीर राम का असम में हार्ट अटैक से निधन हो गया। उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार को खटीमा पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया। सैनिक सम्मान के साथ नारायण नगर घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।
BSF में 23 वर्षों की सेवा
49 वर्षीय बजीर राम, पुत्र रतन राम, मूल रूप से बड़ाबे ओखल, पिथौरागढ़ के रहने वाले थे। वर्ष 2001 में BSF में भर्ती हुए थे और वर्तमान में 150 बटालियन में हेड कांस्टेबल के पद पर आलमगंज, धुबरी (असम) में तैनात थे।
अचानक पड़ा दिल का दौरा
बजीर राम को 29 जनवरी को अचानक हार्ट अटैक आया। ASI सुरजीत सिंह ने बताया कि उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
शादी की तैयारियों के बीच टूटा दुखों का पहाड़
बजीर राम अपने पीछे चार बेटे और चार बेटियां छोड़ गए हैं।
- तीनों बेटे – पंकज, नीरज और मनीष – अभी पढ़ाई कर रहे हैं।
- तीन बेटियों का विवाह हो चुका था, जबकि छोटी बेटी शीतल की शादी 22 फरवरी को सितारगंज में होने वाली थी।
- 28 जनवरी को पत्नी आशा देवी से उनकी आखिरी बार फोन पर बात हुई थी।
- वह 10 फरवरी को बेटी की शादी के लिए घर आने वाले थे, लेकिन इससे पहले ही यह दुखद घटना हो गई।
अंतिम संस्कार में जुटे लोग
बजीर राम की अंतिम विदाई में विहिप के प्रदेश सह मंत्री रंदीप पोखरिया, भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष मोहिनी पोखरिया, सूरज धामी, सागर, दान सिंह धामी, दिनेश कोहली, राजेश पोखरिया सहित कई गणमान्य लोग शामिल हुए।
इस दुःखद घटना से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है।