प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई, देश की खुशहाली के लिए की पूजा-अर्चना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज प्रयागराज दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने 144 साल बाद आयोजित महाकुंभ में पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाई। शुभ संयोग में माघ मास शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि, भरणी नक्षत्र और शुभ चौघड़िया के दौरान सुबह 11 बजे के बाद प्रधानमंत्री ने संगम स्नान किया।
महाकुंभ 2025: आस्था और आध्यात्मिकता का संगम
13 जनवरी 2025 से प्रारंभ हुआ यह महाकुंभ 26 फरवरी (महाशिवरात्रि) तक चलेगा। यह दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जिसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु भाग ले रहे हैं।
पूजा-अर्चना और देश की समृद्धि की कामना
संगम स्नान के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सूर्य देव को जल अर्पित किया और मां गंगा एवं संगम की पूजा-अर्चना की। उन्होंने वरुण मुद्रा में ध्यानमग्न होकर संगम तट पर विशेष अनुष्ठान किया और देश की खुशहाली और समृद्धि की प्रार्थना की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज प्रयागराज दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने 144 साल बाद आयोजित महाकुंभ में पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाई। शुभ संयोग में माघ मास शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि, भरणी नक्षत्र और शुभ चौघड़िया के दौरान सुबह 11 बजे के बाद प्रधानमंत्री ने संगम स्नान किया।
महाकुंभ 2025: आस्था और आध्यात्मिकता का संगम
13 जनवरी 2025 से प्रारंभ हुआ यह महाकुंभ 26 फरवरी (महाशिवरात्रि) तक चलेगा। यह दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जिसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु भाग ले रहे हैं।
पूजा-अर्चना और देश की समृद्धि की कामना
संगम स्नान के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सूर्य देव को जल अर्पित किया और मां गंगा एवं संगम की पूजा-अर्चना की। उन्होंने वरुण मुद्रा में ध्यानमग्न होकर संगम तट पर विशेष अनुष्ठान किया और देश की खुशहाली और समृद्धि की प्रार्थना की।