मणिपुर की राजधानी इंफाल में तैनात सीआरपीएफ जवान धर्मेंद्र प्रजापति (45) का बुधवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। शुक्रवार को उनके पार्थिव शरीर को बलिया के बैरिया स्थित पैतृक गांव लाया गया, जहां उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
गांव पहुंचा पार्थिव शरीर, परिवार में मातम
बलिया के दोकटी थाना क्षेत्र के प्रीतम छपरा गांव निवासी धर्मेंद्र 20 साल पहले सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। उनके निधन की खबर सीआरपीएफ मुख्यालय द्वारा परिजनों को दी गई। शुक्रवार सुबह 9 बजे उनका पार्थिव शरीर सड़क मार्ग से गांव पहुंचा, जहां परिवार में कोहराम मच गया।
शिवपुर घाट पर अंतिम संस्कार, सीआरपीएफ ने दी सलामी
शिवपुर घाट स्थित गंगा तट पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। सीआरपीएफ के जवानों ने शस्त्र उल्टा कर उन्हें अंतिम सलामी दी। तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर को चिता पर रखा गया, और मुखाग्नि दी गई।
इस दौरान पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह, सोनबरसा निवासी कैप्टन जयप्रकाश सिंह सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
वीर सपूत को अंतिम विदाई, गांव में शोक
धर्मेंद्र प्रजापति अपने पीछे चार छोटे बच्चे (दो पुत्र और दो पुत्रियां) छोड़ गए हैं। उनके असामयिक निधन से परिवार सदमे में है। पूरे गांव में शोक की लहर है, और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। देश के एक और वीर सपूत की विदाई ने सभी को भावुक कर दिया।