महाकुंभ 2025 के ऐतिहासिक अवसर पर सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संगम में पवित्र स्नान करेंगी। वह प्रयागराज में आठ घंटे से अधिक समय बिताएंगी, इस दौरान अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन भी करेंगी। उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे। राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए प्रयागराज में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
ऐतिहासिक क्षण: संगम में राष्ट्रपति का स्नान
राष्ट्रपति सुबह संगम नोज़ पहुंचकर त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाकर आस्था प्रकट करेंगी। यह क्षण ऐतिहासिक होगा, क्योंकि इससे पहले भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भी महाकुंभ में पावन स्नान किया था।
अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर के दर्शन
संगम स्नान के बाद राष्ट्रपति अक्षयवट का दर्शन-पूजन करेंगी, जिसे अमरता का प्रतीक माना जाता है और जिसकी महत्ता प्राचीन ग्रंथों में भी वर्णित है। इसके अलावा, वह बड़े हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना कर देशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना करेंगी।
डिजिटल महाकुंभ अनुभव केंद्र का अवलोकन
राष्ट्रपति डिजिटल महाकुंभ अनुभव केंद्र का भी निरीक्षण करेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस पहल का उद्देश्य धार्मिक आयोजनों को आधुनिक तकनीक से जोड़ना है। यह केंद्र देश-विदेश के श्रद्धालुओं को महाकुंभ का विस्तृत और इंटरैक्टिव अनुभव प्रदान करेगा।
शाम को दिल्ली होंगी रवाना
राष्ट्रपति मुर्मू शाम 5:45 बजे प्रयागराज से नई दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगी। उनका यह दौरा प्रयागराज के लिए न केवल ऐतिहासिक रहेगा, बल्कि महाकुंभ के धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को भी नई ऊंचाई देगा।