प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और टेक्नोलॉजी जगत के प्रमुख दिग्गजों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने न केवल गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई से बातचीत की, बल्कि AI क्षेत्र के एक और बड़े नेता से भी मुलाकात की, जो भविष्य की तकनीक को लेकर दुनिया में क्रांति ला रहे हैं।
भारत में AI की भूमिका पर चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी की यह मुलाकात भारत में AI के बढ़ते प्रभाव, डिजिटल इनोवेशन, डेटा सिक्योरिटी, और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन गवर्नेंस पर केंद्रित रही। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे AI और मशीन लर्निंग भारत के विभिन्न क्षेत्रों जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और स्टार्टअप में बदलाव ला सकते हैं।
AI लीडर से खास चर्चा
इस मुलाकात में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विकास, नैतिकता, और इसके संभावित खतरों पर भी बातचीत हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में AI आधारित स्टार्टअप्स और रिसर्च को बढ़ावा देने की जरूरत पर बल दिया और इस क्षेत्र में वैश्विक कंपनियों के सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की।
भारत का AI में बढ़ता दबदबा
भारत सरकार AI को राष्ट्रीय स्तर पर अपनाने और इसे डिजिटल इंडिया मिशन का अहम हिस्सा बनाने के लिए कई कदम उठा रही है। AI टेक्नोलॉजी में निवेश बढ़ाकर, कौशल विकास कार्यक्रमों को बढ़ावा देकर और AI आधारित इनोवेशन को सपोर्ट करके भारत जल्द ही इस क्षेत्र में एक वैश्विक शक्ति बन सकता है।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री मोदी की AI विशेषज्ञों के साथ यह मुलाकात भारत के तकनीकी भविष्य को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे साफ है कि भारत अब AI और डिजिटल क्रांति में पीछे नहीं रहना चाहता, बल्कि विश्व स्तर पर नेतृत्व करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।