केरल में केंद्रीय उत्पाद शुल्क और जीएसटी के अतिरिक्त आयुक्त, उनकी मां और बहन अपने आवास में मृत पाए गए। पुलिस ने इसे आत्महत्या का मामला बताया है।
कैसे सामने आया मामला?
गुरुवार को यह घटना तब उजागर हुई जब मनीष विजय नामक अधिकारी के सहकर्मी उनकी चार दिन की छुट्टी के बाद भी कार्यालय न लौटने पर चिंतित हो गए और उनके घर पहुंचे।
जैसे ही सहकर्मी अधिकारी के आवास पर पहुंचे, वहां से तीव्र दुर्गंध आ रही थी। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।
कैसे मिले शव?
🔹 मनीष और उनकी बहन शालिनी को अलग-अलग कमरों में फांसी से लटका पाया गया।
🔹 उनकी मां शकुंतला का शव बिस्तर पर मिला।
🔹 पुलिस को शव के पास सफेद कपड़े और फूल रखे मिले, जिससे संदेह है कि मां की पहले मृत्यु हुई या फिर उनकी हत्या कर दी गई, और बाद में भाई-बहन ने आत्महत्या कर ली।
क्या कहती है पुलिस?
📌 कोच्चि पुलिस कमिश्नर पुट्टा विमलादित्य ने एनडीटीवी को बताया,
“शव कई दिनों पुराने थे और सड़ने लगे थे। मृत्यु का सही समय केवल फॉरेंसिक जांच के बाद स्पष्ट हो पाएगा।”
📌 एक डायरी भी मिली, जिसमें लिखा था कि उनकी विदेश में रहने वाली बहन को उनकी मृत्यु की सूचना दी जाए।
परिवार का बैकग्राउंड
➡️ परिवार झारखंड का रहने वाला था और केरल के एर्नाकुलम जिले के कक्कानाड कस्टम क्वार्टर्स में रह रहा था।
➡️ मनीष पहले कालीकट हवाई अड्डे पर कस्टम्स प्रिवेंटिव विभाग में कार्यरत थे और डेढ़ साल पहले कोच्चि स्थानांतरित हुए थे।
➡️ उनकी मां और बहन कुछ महीने पहले उनके साथ रहने आई थीं।
शालिनी के खिलाफ कानूनी मामला
📌 शालिनी 2006 में झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त कर डिप्टी कलेक्टर बनी थीं।
📌 बाद में उनकी रैंक को चुनौती दी गई, और उन्हें पद से हटा दिया गया।
📌 2024 में सीबीआई जांच के बाद चार्जशीट दायर हुई थी और मुकदमा चल रहा था।
📌 संभावना जताई जा रही है कि यह मामला भी उनकी मानसिक स्थिति पर प्रभाव डाल सकता था।
आगे की कार्रवाई
🔸 पोस्टमार्टम की प्रक्रिया उनकी बहन के भारत लौटने के बाद की जाएगी।
🔸 पुलिस ने अप्राकृतिक मृत्यु का मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।