स्पेनिश रिटेल ब्रांड ज़ारा ने 24 फरवरी को मुंबई के ऐतिहासिक इस्माइल बिल्डिंग में स्थित अपने 51,300 वर्गफुट के फ्लैगशिप स्टोर को आधिकारिक रूप से बंद कर दिया। यह स्टोर मुंबई के फोर्ट इलाके का एक प्रमुख लैंडमार्क था और आठ वर्षों से संचालित हो रहा था। सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक नोटिस में इस ‘आइकॉनिक’ पांच-मंज़िला स्टोर के बंद होने की पुष्टि की गई।
भारत में अपने सबसे बड़े स्टोर को ज़ारा ने क्यों बंद किया?
स्टोर के प्रवेश द्वार पर लगे नोटिस में बंद होने का कोई विशेष कारण नहीं बताया गया, बस इतना लिखा था:
“यह ज़ारा स्टोर 23 फरवरी के कारोबार के अंत के बाद बंद हो जाएगा। हम मुंबई के अन्य ज़ारा स्टोर्स और zara.com/in पर आपकी सेवा जारी रखेंगे।”
ज़ारा की मूल कंपनी Inditex SA भारत में टाटा ग्रुप की Trent कंपनी के साथ एक संयुक्त उद्यम के तहत काम करती है। 2017 में हतूमा चौक स्क्वायर (फोर्ट क्षेत्र) में खुले इस स्टोर को भारत का सबसे बड़ा ज़ारा स्टोर माना जाता था और यह मुंबई में कंपनी का एकमात्र स्टैंडअलोन स्टोरथा। इसे खोलने से पहले स्थानीय आर्किटेक्ट्स और ज़ारा की इन-हाउस आर्किटेक्चर टीम ने दो वर्षों तक इस ऐतिहासिक इमारत के जीर्णोद्धार पर काम किया था।
उच्च किराए के कारण हुआ बंद?
जब यह स्टोर खुला था, तो Inditex Trent ने 30 करोड़ रुपये सालाना किराया चुकाने का करार किया था, जिसकी पांच साल की लॉक-इन अवधि थी। यह भारत में किसी भी फैशन ब्रांड के लिए सबसे बड़ा रिटेल लीज़ सौदा माना गया था।
बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा प्राप्त पंजीकरण दस्तावेजों के अनुसार, इस स्टोर की लीज़ अवधि 21 साल तय की गई थी और इसे आधिकारिक रूप से 1 अप्रैल 2016 को पंजीकृत किया गया था।
कंपनी इस पांच-मंज़िला स्टोर के लिए हर महीने ₹2.25 करोड़ किराया देती थी, साथ ही ₹13.5 करोड़ की सुरक्षा राशि जमा की गई थी। लेकिन सूत्रों के अनुसार, स्टोर की बिक्री इतनी नहीं थी कि यह ऊंचे किराए का भार झेल सके।
भविष्य की रणनीति
ज़ारा के एक प्रवक्ता ने पहले कहा था कि ब्रांड की वैश्विक रणनीति कम लेकिन बड़े स्टोर्स पर केंद्रित है, जो COVID-19 महामारी से पहले ही तय कर ली गई थी।
हालांकि इस बंदी के बावजूद, ज़ारा मुंबई और ठाणे में अपने तीन अन्य स्टोर्स संचालित करता रहेगा— फीनिक्स मार्केट सिटी (कुर्ला), फीनिक्स पैलेडियम (लोअर परेल), और विवियाना मॉल (ठाणे)।