छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के भिलाई शहर स्थित परिसरों पर ईडी ने छापेमारी की। इस पर सोमवार को कांग्रेस विधायकों ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में जोरदार हंगामा किया। सत्तारूढ़ बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कांग्रेस विधायकों ने सदन के समक्ष आकर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके कारण उन्हें निलंबित कर दिया गया।
कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया कि सरकार में भ्रष्टाचार पर सवाल उठाने वालों को केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से निशाना बनाया जा रहा है। उमेश पटेल सहित अन्य कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी की और लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया। विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने विपक्षी नेताओं से शून्यकाल में मुद्दे उठाने को कहा, लेकिन कांग्रेस सदस्य नारेबाजी करते रहे। इसके बाद, नियमों के तहत उन्हें निलंबित कर दिया गया।
ईडी ने शराब घोटाले के मामले में भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत छापेमारी की। इसके साथ ही, उनके कथित करीबी सहयोगी लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल और कुछ अन्य व्यक्तियों के परिसरों की भी तलाशी ली जा रही है।
भूपेश बघेल ने छापेमारी पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “सात साल से चल रहे झूठे केस को अदालत में बर्खास्त कर दिया गया था, फिर भी आज ईडी के मेहमानों ने मेरे भिलाई निवास पर प्रवेश किया है। यदि किसी को पंजाब में कांग्रेस को रोकने की कोशिश हो रही है, तो यह उनकी गलतफहमी है।”