अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को व्हाइट हाउस के ड्राइववे पर टेस्ला के सीईओ एलन मस्क की मौजूदगी में एक चमकदार लाल टेस्ला खरीदी। इस दौरान मस्क ने ट्रंप को कार चुनने में मदद की। यह कदम मस्क और उनकी इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी के समर्थन में उठाया गया, जो हाल ही में राष्ट्रपति की राजनीतिक नीतियों के समर्थन के कारण आलोचनाओं का सामना कर रही है।
कार में बैठते हुए ट्रंप ने कहा, “वाह, यह बहुत खूबसूरत है!”
मस्क, जो कार की यात्री सीट पर बैठे थे, ने मजाक करते हुए कहा कि वे “सीक्रेट सर्विस को हार्ट अटैक देने वाले हैं।” दोनों ने कार के पावरफुल फीचर्स और इसकी तेज़ रफ्तार पर चर्चा की। हालांकि, सुरक्षा नियमों के कारण ट्रंप ने कार का टेस्ट ड्राइव नहीं किया। उन्होंने कहा कि यह कार व्हाइट हाउस में रखी जाएगी ताकि उनका स्टाफ इसे चला सके।
ट्रंप ने यह भी मजाक में कहा, “मस्क मुझे छूट देना चाहते थे, लेकिन अगर मैंने छूट ली तो लोग कहेंगे कि मुझे फायदा मिला है।”
राष्ट्रपति ट्रंप ने टेस्ला खरीदने के पीछे दो प्रमुख कारण बताए—पहला, यह एक शानदार उत्पाद है, और दूसरा, “एलन मस्क ने इस कंपनी को बनाने में अपनी पूरी ऊर्जा और जीवन समर्पित कर दिया है, लेकिन उनके साथ बहुत अन्याय हुआ है।”
उन्होंने आगे कहा, “जब मैंने देखा कि क्या हो रहा है, तो मैंने कहा कि मैं एक टेस्ला खरीदना चाहता हूं। हम सामने गए, वहां चार शानदार कारें थीं, और मैंने एक को प्रेस के सामने खरीद लिया। यह एक सार्वजनिक खरीद थी और ये कारें बहुत शानदार हैं।”
ट्रंप ने मस्क को “देशभक्त” बताते हुए कहा, “उन्होंने बेहतरीन काम किया है… यह जरूरी नहीं कि वह रिपब्लिकन हों… कभी-कभी मुझे भी नहीं पता कि उनकी राजनीतिक विचारधारा क्या है, लेकिन वह एक बेहतरीन इंसान हैं।”
हाल ही में टेस्ला के शेयरों में भारी गिरावट आई है, खासतौर पर मस्क के ट्रंप प्रशासन में ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ (DOGE) से जुड़ने के बाद। इसको लेकर अमेरिका भर में टेस्ला स्टोर्स के बाहर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने “एलन मस्क हटाओ” और “अगर मस्क को हटाना है तो हॉर्न बजाओ” जैसे पोस्टर लेकर विरोध जताया। कुछ स्थानों पर प्रदर्शन हिंसक भी हो गए।
पिछले महीने में टेस्ला के शेयर 30% तक गिर चुके हैं। सोमवार को इसमें 15% की गिरावट आई थी, जबकि मंगलवार को शेयर में 5% की मामूली बढ़त दर्ज की गई, जो जनवरी से लगातार गिरावट के बाद पहली राहत थी।