सरकार के द्वारा जारी पंजीयन प्रपत्र में 5 लाख 85 हजार मजदूरों ने कराया पंजीकरण

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घर पहुंचने की चाहत किस कदर प्रवासी माजदूरों में है उसका अंदाज इससे लगाया जा सकता है कि झारखंड सरकार के द्वारा जारी किए गये पंजीयन प्रपत्र के माध्यम से देश के विभिन्न हिस्सों के 5 लाख 85 हजार 338 मजदूरों ने अपना पंजीकरण कराया है।

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घर पहुंचने की चाहत किस कदर प्रवासी माजदूरों में है उसका अंदाज इससे लगाया जा सकता है कि झारखंड सरकार के द्वारा जारी किए गये पंजीयन प्रपत्र के माध्यम से देश के विभिन्न हिस्सों के 5 लाख 85 हजार 338 मजदूरों ने अपना पंजीकरण कराया है।

ज्ञात हो कि घर वापसी के लिए पंजीयन करानेवाले प्रवासी मजदूरों में सबसे अधिक संख्या महाराष्ट्र से है। महाराष्ट्र के 1 लाख 17 हजार 929 मजदूरों ने पंजीयन कराया है। वहीं गुजरात से 82 हजार 413 मजदूरों एवं 71 हजार 833 मजदूरों ने तमिलनाडु से पंजीकरण करा कर घर वापसी की इच्छा जाहिर की है। राज्य सरकार के द्वारा शुरू किय गये नियंत्रण कक्ष में अधिकांश पंजीकरण महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, कर्नाटक और दिल्ली राज्यों से हुआ है। राज्य सरकार के द्वारा प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए शुरू किये गये कोविड-19 हेल्पलाइन में 9 लाख 95 हजार 70 लोगों ने राज्य सरकार से मदद की गुहार लगायी है।

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