लेह लद्दाख जिसका नाम सुनते ही ठंड का एहसास होने लगता है, लेकिन उस हाड़ कापती ठंड में भी हमारे झारखंड के श्रमिक जाकर हर वर्ष काम करते हैं, उन श्रमिकों के रहनुमा बने हमारे झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जिन्होंने इस कोराणा महामारी की विपदा में श्रमिकों को झारखंड लाने का काम किया है। हेमंत सोरेन के निर्देश के बाद उन्हें रिसीव करने कृषि पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचे।
श्रमिकों की आंखों में हमारी सरकार के प्रति एक आत्मविश्वास साफ तौर से दिख रहा था, उनकी आंखें हमारी ओर एक भरोसे के साथ देख रही थी, यह बातें श्री बादल ने बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर कहीं। उन्होंने श्रमिक भाइयों को भरोसा देते हुए कहा है कि हमारा काम आपको सिर्फ झारखंड लाना नहीं है यहां आपको समुचित रोजगार देकर आपके सुनहरे सपनों को साकार करना हमारी पहली प्राथमिकता है। श्री बादल ने श्रमिक भाइयों से साफ तौर से कहा है कि हमारा विभाग आप लोगों के लिए पंचायत स्तर पर सहकारी समिति बना रहा है, आपको आपकी रूचि के अनुसार काम मिल सके हम यह सुनिश्चित करने में दिन-रात लगे हुए हैं । लद्दाख से आए लोगों को मंत्री ने मुख्यमंत्री सुरक्षा किट सहित फूड पैकेट उपलब्ध कराया।