मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की सतर्कता ने एक बड़ी तस्करी की साजिश को नाकाम कर दिया। एक यात्री के लैपटॉप में छुपाए गए करोड़ों के हीरे बरामद होने से हड़कंप मच गया। इस मामले में CISF ने आरोपी भरतभाई गोविंदभाई नथानी को हिरासत में लिया और कस्टम विभाग को सूचित किया।
सतर्कता से बची सुरक्षा में सेंध
घटना 12 फरवरी देर रात करीब 1:20 बजे की है, जब भरतभाई गोविंदभाई नथानी नामक यात्री बैंकॉक जाने के लिए मुंबई एयरपोर्ट के टर्मिनल-2 पर पहुंचा। उसे सुबह 3:00 बजे NOK एयरलाइंस की फ्लाइट DD-939 से बैंकॉक के लिए रवाना होना था। चेक-इन प्रक्रिया पूरी करने के बाद जब उसने सुरक्षा जांच के लिए अपना लैपटॉप और अन्य सामान एक्स-रे मशीन में रखा, तो CISF कांस्टेबल सुबोध कुमार को लैपटॉप में कुछ असामान्य नजर आया।
लैपटॉप में छुपे थे 2147.20 कैरेट के सिंथेटिक हीरे
संदेह होने पर लैपटॉप को दोबारा स्कैन किया गया, जिससे पुष्टि हुई कि उसमें कुछ संदिग्ध मौजूद है। CISF सब-इंस्पेक्टर मुकेश कुमार मीणा को तुरंत इसकी जानकारी दी गई। CISF की बढ़ती सतर्कता को देखकर भरतभाई ने बैग वहीं छोड़कर भागने की कोशिश की, लेकिन इंटेलिजेंस प्रोफाइलर्स ने उसे तुरंत पकड़ लिया। जब लैपटॉप खोला गया, तो बैटरी कंपार्टमेंट में 26 छोटे पारदर्शी पैकेट मिले, जिनमें 2147.20 कैरेट के सिंथेटिक हीरे छुपाए गए थे।
हीरों की कीमत 4.93 करोड़, आरोपी गिरफ्तार
CISF ने तुरंत एयर इंटेलिजेंस यूनिट को सूचित किया। जांच में पाया गया कि हीरों की बाजार कीमत करीब 4.93 करोड़ रुपये है। इसके बाद आरोपी भरतभाई को कस्टम विभाग के हवाले कर दिया गया। कस्टम अधिकारियों ने हीरों को जब्त कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
CISF की सतर्कता और सूझबूझ से एक बड़ी तस्करी को समय रहते नाकाम कर दिया गया, जिससे हवाईअड्डे की सुरक्षा मजबूत होने के साथ ही तस्करी के इस संगठित प्रयास पर करारा प्रहार हुआ।