आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी से पहले पाकिस्तान के कराची नेशनल स्टेडियम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें प्रतिभागी देशों के झंडों के बीच भारतीय तिरंगा नहीं दिखाई दे रहा। यह वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर ज़ोरदार बहस छिड़ गई है। क्रिकेट प्रशंसकों ने सवाल उठाए कि आखिर भारत का झंडा क्यों नहीं लगाया गया, जबकि अन्य सभी देशों के झंडे स्टेडियम में मौजूद हैं।
कराची स्टेडियम में भारतीय झंडा क्यों नहीं?
रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान में सुरक्षा कारणों से खेलने से इनकार कर दिया था, जिसके कारण आईसीसी और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को टूर्नामेंट को हाइब्रिड मोड में आयोजित करना पड़ा। इस फैसले के तहत भारतीय टीम अपने सभी मैच दुबई में खेलेगी।
कराची स्टेडियम में न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, अफगानिस्तान, पाकिस्तान और इंग्लैंड की टीमें अपने मैच खेलेंगी। वीडियो में इन सभी देशों के झंडे नजर आ रहे हैं, लेकिन भारतीय तिरंगे की गैरमौजूदगी ने विवाद खड़ा कर दिया है।
PCB का फैसला और विवाद
क्रिकेट प्रशंसकों का मानना है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने जानबूझकर भारतीय झंडे को स्टेडियम से हटाया, क्योंकि भारत ने पाकिस्तान में खेलने से मना कर दिया था।
सोशल मीडिया पर एक यूज़र ने लिखा:
“केवल भारतीय टीम को पाकिस्तान में सुरक्षा समस्या थी, इसलिए PCB ने कराची स्टेडियम से भारत का झंडा हटा दिया, जबकि अन्य सभी देशों के झंडे लगे हुए हैं।”
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंधों पर असर
इस विवाद के बीच, भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट संबंधों में पहले से ही खटास बनी हुई है। बीसीसीआई (BCCI), PCB और आईसीसी (ICC) के बीच एक समझौते के तहत तय किया गया है कि आने वाले वर्षों में भारत द्वारा आयोजित ICC टूर्नामेंटों में पाकिस्तान भी अपने मैच भारत के बाहर खेलेगा।
निष्कर्ष
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान क्रिकेट को लेकर बहस को गर्म कर दिया है। क्रिकेट प्रेमियों के बीच यह सवाल बना हुआ है कि क्या खेल को राजनीति से दूर रखा जा सकता है, या फिर ऐसे विवाद भविष्य में भी जारी रहेंगे?