10 साल बाद अमेरिका छोड़ भारत लौटे उद्यमी, बोले- “मेरे जीवन का सबसे अच्छा फैसला”

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बेहतर करियर अवसरों और आर्थिक स्थिरता की तलाश में कई भारतीय विदेशों का रुख करते हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर जैसे देश पेशेवर विकास और वित्तीय समृद्धि के लिए प्रमुख गंतव्य बन गए हैं। हालांकि, इस बदलाव के साथ कई चुनौतियाँ भी आती हैं। कई भारतीय नई संस्कृति में ढलने में कठिनाई महसूस करते हैं, साथ ही अपने प्रियजनों से दूर रहने का दर्द भी सहना पड़ता है।

हाल ही में भारतीय उद्यमी अनिरुद्ध अंजना, जो ArcAligned के सह-संस्थापक और सीईओ हैं, ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि उन्होंने अमेरिका में एक दशक से अधिक समय बिताने के बाद भारत लौटने का निर्णय क्यों लिया। अधिकांश लोगों को लगा कि यह वीज़ा समस्याओं या नौकरी छूटने के कारण हुआ होगा, लेकिन अनिरुद्ध ने स्पष्ट किया कि उनका यह फैसला अपने बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल के लिए था।

उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट में कहा, “जब मैंने साझा किया कि मैं 10 साल अमेरिका में रहने के बाद भारत लौट आया क्योंकि मेरे माता-पिता को मेरी जरूरत थी, तो कई लोगों ने सोचा कि शायद मैंने अपनी नौकरी खो दी या वीज़ा की समस्या का सामना किया। लेकिन असली वजह सिर्फ यह थी कि मैं अपने माता-पिता के साथ समय बिताना चाहता था—जिन्होंने मेरे लिए इतना कुछ त्याग किया—भले ही वे मुझसे कभी वापस आने को नहीं कहते।”

उन्होंने आगे कहा, “यही एकमात्र कारण था जिसकी वजह से मैं भारत लौटा। अब, एक साल बाद, मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि यह मेरे जीवन का सबसे अच्छा निर्णय था। मैंने न केवल अपने माता-पिता की ज़िंदगी में साल जोड़े, बल्कि अपनी ज़िंदगी में भी।”

अमेरिका छोड़ने का फैसला क्यों किया?
एक पुराने पोस्ट में अनिरुद्ध ने बताया कि अमेरिका में रहते हुए उनका जीवन एकरस कॉर्पोरेट माहौल में सिमटकर रह गया था, जिससे वे अपनी पहचान खोते जा रहे थे और धीरे-धीरे मशीन की तरह महसूस करने लगे थे। इस अहसास ने उन्हें इस चक्र से बाहर निकलकर एक अधिक संतोषजनक जीवन की तलाश करने के लिए प्रेरित किया।

सोशल मीडिया पर भावनात्मक प्रतिक्रियाएं
उनकी इस कहानी ने सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को झकझोर दिया और लोगों ने कमेंट्स में अपनी भावनाएं व्यक्त कीं।

एक यूज़र ने लिखा, “मुझे लगता है कि जो भी आपके दिल को खुशी दे, वही सही फैसला है, चाहे वह अमेरिका में रहना हो या वापस घर लौटना। जीवन दोनों ही जगह खूबसूरत और चुनौतीपूर्ण है।”

एक अन्य ने कहा, “अपने देश लौटना सबसे अच्छा फैसला है, मैं इससे पूरी तरह जुड़ाव महसूस कर सकता हूँ।”

एक तीसरे यूज़र ने लिखा, “यही असली संस्कार हैं… यह दिखाता है कि आपकी परवरिश कितनी अच्छी हुई है। आज के दौर में, जब लोग अमेरिका जाने को एक स्टेटस सिंबल मानते हैं, खासकर मध्यम वर्गीय भारतीय, और सामाजिक सीढ़ी चढ़ने के लिए माता-पिता को अकेला छोड़ देते हैं, ऐसे में आपका यह फैसला बेहद प्रेरणादायक है।”

अनिरुद्ध अंजना की यह कहानी उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो अपनी जड़ों से जुड़े रहना चाहते हैं और अपनों के साथ रहने को जीवन की सबसे बड़ी सफलता मानते हैं।

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