अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया, जो नवंबर चुनाव में बड़ी जीत के बाद उनका पहला भाषण था। यह भाषण उस घटना के चार साल बाद आया है, जब उनके समर्थकों ने 2020 चुनावी हार के विरोध में कैपिटल हिल पर हमला किया था।
ट्रंप ने अपने संबोधन में कहा कि अब अमेरिका में नौकरियों की भर्ती मेरिट के आधार पर होगी और देश अब “वोक” नहीं रहेगा। उन्होंने जोर दिया कि उनकी सरकार ने विविधता और समावेशन (डायवर्सिटी एंड इंक्लूजन) कार्यक्रमों की “तानाशाही” समाप्त कर दी है।
अर्थव्यवस्था और बाइडन सरकार पर हमला
ट्रंप ने जो बाइडन सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि देश ने पिछले 48 वर्षों की सबसे खराब महंगाई देखी है और उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करना है। उन्होंने कहा, “अमेरिकी सपना पहले से भी बड़ा और बेहतर हो रहा है। हमारा देश अब ऐसी वापसी करने जा रहा है, जैसी दुनिया ने पहले कभी नहीं देखी।”
“वोकनेस” पर ट्रंप का करारा वार
ट्रंप ने “वोकनेस” को निशाना बनाते हुए कहा, “हमारा देश अब वोक नहीं रहेगा। डॉक्टर, अकाउंटेंट, वकील या एयर ट्रैफिक कंट्रोलर—हर किसी को उनकी योग्यता और कौशल के आधार पर नौकरी और प्रमोशन मिलेगा, न कि उनकी जाति या लिंग के आधार पर।”
यूक्रेन युद्ध और अवैध प्रवास पर ट्रंप का रुख
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार यूक्रेन युद्ध समाप्त करने के लिए प्रयासरत है और अवैध प्रवास को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही है।
एलन मस्क की तारीफ
ट्रंप ने अपने वरिष्ठ सलाहकार और अरबपति एलन मस्क की सराहना की, जो डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी का नेतृत्व कर रहे हैं। ट्रंप ने कहा, “धन्यवाद, एलन। वे बहुत मेहनत कर रहे हैं,” जिस पर रिपब्लिकन सांसदों ने तालियों से स्वागत किया।
भारत समेत कई देशों पर टैरिफ बढ़ाने की घोषणा
ट्रंप ने टैरिफ युद्ध पर भी चर्चा की और भारत, मैक्सिको और कनाडा का विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “भारत हमारे वाहनों पर 100% से अधिक टैरिफ लगाता है, जबकि हम कम शुल्क लेते हैं। यह अमेरिका के साथ अन्याय है। इसलिए 2 अप्रैल से ‘रिसिप्रोकल टैरिफ’ लागू होंगे—अगर वे हम पर टैक्स लगाएंगे, तो हम भी उन पर उतना ही टैक्स लगाएंगे।”
विशेषज्ञों ने इस फैसले पर चेतावनी दी है कि इससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर असर पड़ सकता है और महंगाई बढ़ सकती है। लेकिन ट्रंप ने कहा, “थोड़ी बहुत गड़बड़ी होगी, लेकिन हमें इसकी कोई चिंता नहीं।”
अपराध और कानून व्यवस्था पर जोर
अपराध पर बोलते हुए ट्रंप ने कहा, “हमारी न्याय प्रणाली को कट्टरपंथी वामपंथियों (रैडिकल लेफ्ट लूनाटिक्स) ने अस्त-व्यस्त कर दिया था। कई इलाकों में खतरनाक अपराधियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही थी, लेकिन राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाया जा रहा था, जिनमें मैं भी शामिल था।”
उन्होंने घोषणा की कि उनकी सरकार न्याय व्यवस्था को फिर से निष्पक्ष और संवैधानिक कानून के तहत लाने के लिए एफबीआई और न्याय विभाग (DOJ) में बड़े सुधार कर रही है।
उन्होंने हाल ही में नियुक्त अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पैम बॉन्डी और एफबीआई प्रमुख कश पटेल की भी तारीफ की।
निष्कर्ष
अपने जोशीले भाषण में ट्रंप ने “वोकनेस,” अवैध प्रवास, न्याय व्यवस्था, आर्थिक सुधार और टैरिफ नीति जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की। रिपब्लिकन सांसदों ने उनके संबोधन का जोरदार स्वागत किया, जबकि कई डेमोक्रेट्स ने “झूठ” लिखे प्लेकार्ड लहराकर विरोध जताया।