मोहाली में पार्किंग विवाद के दौरान पड़ोसी के हमले से वैज्ञानिक की मौत

0 0
Read Time:3 Minute, 4 Second

मोहाली के सेक्टर 67 में किराए के मकान में रहने वाले 39 वर्षीय वैज्ञानिक डॉ. अभिषेक स्वर्णकार की एक पार्किंग विवाद के दौरान हमले में मौत हो गई। वह भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (IISER), मोहाली में कार्यरत थे। मंगलवार रात उनका पड़ोसी मॉन्टी से झगड़ा हुआ, जिसके बाद मॉन्टी ने उन्हें ज़मीन पर गिराकर मुक्के मारे।

झारखंड के धनबाद से ताल्लुक रखने वाले डॉ. स्वर्णकार एक प्रतिष्ठित वैज्ञानिक थे, जिनका शोध अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित हो चुका था। उन्होंने स्विट्जरलैंड में काम किया था और हाल ही में भारत लौटकर IISER में प्रोजेक्ट साइंटिस्ट के रूप में कार्यरत थे। कुछ समय पहले उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था और उनकी बहन ने उन्हें अपनी किडनी दान की थी। वह डायलिसिस पर थे। हमले के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।

CCTV फुटेज में पूरी घटना कैद
घटना के CCTV फुटेज में दिख रहा है कि मॉन्टी समेत कुछ लोग डॉ. स्वर्णकार की बाइक के पास खड़े थे। डॉ. स्वर्णकार वहां पहुंचे और अपनी दोपहिया हटाने लगे। तभी दोनों के बीच बहस शुरू हुई और मॉन्टी ने उन्हें धक्का देकर ज़मीन पर गिरा दिया और मारपीट की। बाद में परिवार वालों ने बीच-बचाव कर झगड़ा खत्म किया। वीडियो में डॉ. स्वर्णकार ज़मीन पर गिरे हुए दिख रहे हैं, जबकि अन्य पड़ोसी घरों से बाहर निकलते हैं।

परिवार ने की सख्त कार्रवाई की मांग
वैज्ञानिक के परिजनों ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और CCTV फुटेज की जांच कर रही है।

बढ़ती पार्किंग विवाद की घटनाएं
डॉ. स्वर्णकार की दर्दनाक मौत ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि बड़े शहरों में पार्किंग को लेकर विवाद क्यों हिंसक होते जा रहे हैं।इससे पहले दिल्ली समेत कई शहरों में पड़ोसियों के बीच पार्किंग झगड़ों के वीडियो वायरल हो चुके हैं।

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

बलूचिस्तान की कहानी: जिन्ना का विश्वासघात, सशस्त्र विद्रोह और बांग्लादेश का प्रभाव

पाकिस्तान का दक्षिण-पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान दशकों से स्वतंत्रता की मांग कर रहे सशस्त्र विद्रोहियों का गढ़ बना हुआ है। यह इलाका प्राकृतिक संसाधनों से […]