जो आ रहें हैं उन्हें गले लगाएंगे और स्वस्थ भी बनाएंगे। विभिन्न राज्यों में फंसे छात्रों और प्रवासी श्रमिकों को अब राज्य सरकार झारखण्ड वापस लाएगी। इस निमित्त तैयारी शुरू कर दी गई है। सभी जनप्रतिनिधियों से आग्रह है, आप सुझाव दें ताकि फंसे लोगों को वापस लाया जा सके। सरकार ने इसके लिए नोडल पदाधिकारियों को नियुक्त किया है। फंसे लोगों को पूरी सतर्कता से सभी को वापस लाना है साथ ही कोरोना संक्रमण को भी हराना है। हर हाल में सरकार फंसे मजदूरों को लाएगी। सभी जनप्रतिनिधि उन्हें आश्वस्त करें। श्रमिक भाई अपना धैर्य बनाएं रखें। विभिन्न बड़े सामाजिक संस्थाओं की मदद से श्रमिक भाईयों तक सरकार पहुंच रही है। ये बातें मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कोरोना वायरस संक्रमण के संदर्भ में कोल्हान एवं पलामू प्रमंडल के सांसदों और विधायकों के साथ गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत के क्रम में कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे राज्य में कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे चिकित्सकों, स्वास्थ्यकर्मियों, पुलिसकर्मियों, पंचायतीराज व्यवस्था के प्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों का कार्य सराहनीय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न राज्यों से आ रहे श्रमिक भाईयों के लिए राज्य सरकार रोजगार की व्यवस्था का प्रयास करेगी। इसके लिए सरकार ने कार्य योजना तैयार कर रही है। जल्द कार्य योजना धरातल पर उतरेगी। सरकार मनरेगा पर नया गाइडलाइन लाने की तैयारी में जुटी है, ताकि अधिक रोजगार का सृजन हो सके। श्रमिकों को उनके गांव में ही रोजगार मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मौसम की वजह से किसानों की फसलों का जो नुकसान हुआ है, उसके आंकलन का निदेश दिया गया है। आपदा प्रबंधन के तहत फसलों के नुकसान की भरपाई राज्य सरकार करेगी। जहां तक किसानों को लैम्पस के माध्यम से धान की राशि के भुगतान की बात है तो किसानों को भुगतान किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों ने आग्रह किया कि लॉक डाउन में टीकाकरण कार्य नहीं रुके। बच्चों का टीकाकरण होता रहे। हमें बच्चों एवं बुजुर्गों पर विशेष ध्यान देना है। सभी जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र के पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियों को जागरूक करें ताकि राशन वितरण के समय वे ग्रामीणों के साथ उपस्थित रह सभी को आनाज मिले यह सुनिश्चित कर सकें। सभी को आनाज देना सरकार का दायित्व है।