पूर्व मंत्री सह चंदनकियारी विधायक अमर कुमार बाउरी ने आज हेमंत सरकार के कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि पूरा विश्व कोरोना से लड़ रहा है। भारत भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस वैश्विक समस्या से लड़ रहा है। लेकिन लगता नहीं है कि झारखंड की गठबंधन वाली सरकार अपने लोगों के प्रति संवेदनशील है।
उन्होंने बताया कि रेल मंत्री, भारत सरकार, पीयूष गोयल ने बार-बार कहा है कि झारखंड, पश्चिम बंगाल जैसे राज्य अपने लोगों को वापस बुलाने के लिए एनओसी नहीं ले रही है। जब कि देश भर में फैले मजदूर अपने जनप्रतिनिधियों को फोन कर सूचित कर रहे है कि उन्होंने अपना रजिस्ट्रेशन करवा लिया है लेकिन कोई भी मदद सरकार के तरफ से नहीं मिल रही। अमर कुमार बाउरी ने कहा कि हेमंत सरकार की कथनी और करनी में फर्क है।वहीं उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वैसे जनकल्याणकारी योजनाओ को भी बंद कर रही है जिसे भाजपा वाली बहुमत की सरकार ने गरीब, युवा, मजदूर, महिला, अल्पसंख्यक आदि के कल्याण और विकास के लिए तैयार की थी।
उन्होंने बताया कि हेमंत सरकार ने मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजन को बंद कर दिया, जिसके तहत किसानों को बीज खेती आदि के लिए 5000 रुपये तक की आर्थिक मदद दी जाती थी। युवाओं के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए पिछली सरकार ने कमल क्लब का गठन किया था, इसे भी हेमंत सरकार ने बंद कर दिया। वहीं अब राज्य सरकार ने महिलाओं के उत्थान और सम्मान वाली योजना 1 रुपये में 50 लाख तक की संपत्ति का निबंधन योजना को भी बंद कर दिया है। विधायक अमर कुमार बाउरी ने सरकार से मांग किया कि भाजपा द्वारा शुरू किए गए जनकल्याणकारी योजनाओं को फिर से लागू करें ताकि महिलाओं, युवाओं, किसानों, गरीबों को न सिर्फ सम्मान बल्कि उन्हें उनका अधिकार भी मिल सके।