भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने कुश्ती से संन्यास लेने का फैसला कर लिया है। 7 अगस्त को उन्हें बढ़े हुए वजन के कारण पेरिस ओलंपिक 2024 के फाइनल से ठीक पहले अयोग्य घोषित कर दिया गया था। विनेश फोगाट, ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं। लेकिन अचानक आए इस फैसले ने स्वर्ण पदक जीतने के उनके सपने को तोड़ दिया। इसके बाद विनेश ने कुश्ती को अलविदा कह दिया। आइए नजर डालते हैं पिछले 48 घंटों में हुए घटनाक्रम पर।
विनेश ने मां से कहा, “माफ करना, मैं हार गई”
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए विनेश फोगाट ने लिखा, “मां, कुश्ती ने मुझसे जीत ली, मैं हार गई। माफ करना, आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके हैं। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024। आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। माफी।”
पीटी उषा ने कहा- अयोग्य ठहराने से निराश
इंडियन ओलंपिक संघ की अध्यक्ष डॉ. पीटी उषा ने एक बयान जारी करते हुए कहा, “मैं विनेश को ओलंपिक खेलों की महिला कुश्ती 50 किग्रा वर्ग प्रतियोगिता से अयोग्य ठहराए जाने से स्तब्ध और निराश हूं। कुछ समय पहले मैंने ओलंपिक विलेज पॉलीक्लिनिक में विनेश से मुलाकात की और उन्हें भारतीय ओलंपिक संघ, भारत सरकार और पूरे देश के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। हम विनेश को सभी चिकित्सा और भावनात्मक सहायता प्रदान कर रहे हैं।”