सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने अपनी बीना रिफाइनरी के विस्तार और पेट्रोरसायन परियोजना के लिए वित्तीय व्यवस्था पूरी कर ली है। इसके तहत कंपनी ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के नेतृत्व में छह बैंकों के समूह के साथ 31,802 करोड़ रुपये के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस परियोजना की कुल अनुमानित लागत 48,926 करोड़ रुपये है।
परियोजना का उद्देश्य और लाभ
इस परियोजना के तहत बीना रिफाइनरी की क्षमता को 7.8 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) से बढ़ाकर 11 मिलियन टन प्रति वर्ष किया जाएगा। साथ ही, इसमें 12 लाख टन प्रति वर्ष की क्षमता वाली एथिलीन क्रैकर इकाई समेत एक पेट्रोरसायन परिसर की स्थापना की जाएगी। इस विस्तार से बीपीसीएल लीनियर लो-डेंसिटी पॉलीइथिलीन (LLDPE), हाई-डेंसिटी पॉलीइथिलीन (HDPE) और पॉलीप्रोपाइलीन (PP) जैसे उत्पादों का उत्पादन कर सकेगी, जिससे भारत की आयात पर निर्भरता कम होगी।
रोजगार के अवसर
बीपीसीएल के अनुसार, इस परियोजना से निर्माण चरण के दौरान 15,000 से अधिक रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे। इसके अलावा, परियोजना के चालू होने के बाद एक लाख से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की उम्मीद है। इससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, बल्कि क्षेत्र के लोगों को स्थायी आजीविका के अवसर भी प्राप्त होंगे।
ऊर्जा सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम
बीपीसीएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक जी. कृष्णकुमार ने कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य भारत को ऊर्जा सुरक्षा और पेट्रोरसायन उत्पादों में आत्मनिर्भर बनाना है। यह परियोजना औद्योगिक विकास, बुनियादी ढांचे में सुधार और ऊर्जा क्षेत्र की मजबूती के भारत के लक्ष्यों के अनुरूप है।
एसबीआई की भागीदारी
भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन सी. श्रीनिवासुलु शेट्टी ने कहा कि एसबीआई, बीपीसीएल के इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट में साझेदार बनकर गर्व महसूस कर रहा है। 31,802 करोड़ रुपये की ऋण सुविधा से न केवल परियोजना को वित्तीय सहायता मिलेगी, बल्कि यह देश की ऊर्जा सुरक्षा को भी सुदृढ़ करेगी।
परियोजना की समयसीमा
इस परियोजना को 15 सितंबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था। इसका निर्माण कार्य 48 महीनों में पूरा होने की उम्मीद है।