सीआरपीएफ इंस्पेक्टर धर्मबीर यादव का 3 फरवरी को जालंधर के सीक्रेट हार्ट अस्पताल में निधन हो गया। वह पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ थे और 10 जनवरी को अस्पताल में भर्ती किए गए थे। सोमवार शाम 4 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
20 जुलाई 1984 को सीआरपीएफ में भर्ती हुए 59 वर्षीय धर्मबीर यादव की अंतिम यात्रा उनके पैतृक गांव कोसली पहुंची, जहां पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान सीआरपीएफ के वेलत राम दांगी, असिस्टेंट कमांडेंट रणबीर सिंह, नायब तहसीलदार हरिकिशन, कोसली थाना प्रभारी कश्मीर सिंह सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
गांव के श्मशान घाट पर उनका सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया, जहां उनके बेटे यशस्वी ने उन्हें मुखाग्नि दी। अंतिम विदाई के समय कांग्रेस नेता ओमप्रकाश डाबला ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और कहा कि देश की सीमाओं की सुरक्षा में जवानों का योगदान अतुलनीय है।
इस अवसर पर रवि यादव (चेयरमैन), जिला पार्षद जीवन हितैषी, सरपंच, पंच, नंबरदार और सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे। पूरे गांव ने नम आंखों से अपने वीर सपूत को विदाई दी।