हरियाणा के करनाल जिले में पुलिस ने तीन दिन में गहनों की चोरी की गुत्थी सुलझा ली। चौंकाने वाली बात यह रही कि चोरी करने वाला कोई बाहरी नहीं, बल्कि परिवार का ही सदस्य निकला। महिला का जेठ अपने दोस्त के साथ मिलकर उसके गहने चुराकर मौज-मस्ती में उड़ा चुका था।
भाई की पत्नी के गहने चुराए, बार में उड़ाए पैसे
पीड़ित महिला CISF में कांस्टेबल है और उसका पति आर्मी में कार्यरत है। आरोपी बिजेंद्र, जो महिला का जेठ है, ने अपने दोस्त छोटू के साथ मिलकर करीब 13 तोले सोने के गहने चोरी किए, जिनकी कीमत लगभग 11 लाख रुपए थी। गहनों को बैंक में गिरवी रखकर लोन लिया और उससे मिले पैसे गुरुग्राम के पब और बार में उड़ाए। इसके अलावा, वे गाड़ी खरीदने की योजना भी बना रहे थे।
परिवार से नहीं मिली मदद, तो बनाई साजिश
पुलिस जांच में पता चला कि बिजेंद्र को पैसों की जरूरत थी। जब उसने परिवार से मदद मांगी और कोई सहारा नहीं मिला, तो उसने दोस्त छोटू के साथ गहने चोरी करने की साजिश रच ली।
पुलिस जांच और गिरफ्तारी
रामनगर थाना एसएचओ संदीप कुमार के अनुसार, महिला ने 3 फरवरी को चोरी की शिकायत दर्ज कराई, लेकिन यह घटना करीब एक महीने पुरानीथी। जांच के दौरान पुलिस को शक हुआ, और जब बिजेंद्र और छोटू को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, तो उन्होंने गुनाह कबूल कर लिया।
3.38 लाख रुपए बरामद, रिमांड पर आरोपी
पुलिस ने 3.38 लाख रुपए बरामद किए और मुथूट फाइनेंस से लोन का पूरा स्टेटमेंट निकलवाया। चोरी के पैसों का बड़ा हिस्सा दोनों ने मौज-मस्ती में उड़ा दिया। बिजेंद्र को रिमांड पर लेकर पूछताछ जारी है, जबकि छोटू को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
पुलिस का कहना है कि इस मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।