महाकुंभ 2025 में बड़े उद्योगपतियों और प्रमुख हस्तियों का आगमन लगातार जारी है। मंगलवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर (CMD) मुकेश अंबानी अपने परिवार और टीम के साथ प्रयागराज पहुंचेंगे।
- तीन बजे छह चार्टर प्लेन से आगमन
- चार घंटे का कार्यक्रम निर्धारित
- त्रिवेणी संगम में पावन स्नान
- निरंजनी पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि के शिविर में भोजन सेवा में शामिल होने की संभावना
स्नान पर्व और श्रद्धालुओं की भीड़
महाकुंभ के अमृत स्नान पर्व (मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी) के बाद भी श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर है।
- 11 फरवरी तक 49.68 लाख लोगों ने त्रिवेणी में डुबकी लगाई
- कुल स्नानार्थियों की संख्या 45 करोड़ के पार
- 10 लाख कल्पवासी और देश-विदेश से आए श्रद्धालु शामिल
- महाकुंभ के समापन तक 50-55 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना
महाकुंभ में प्रमुख हस्तियों का स्नान
अब तक कई प्रमुख हस्तियां संगम में आस्था की डुबकी लगा चुकी हैं, जिनमें शामिल हैं:
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
- गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
- राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, राजस्थान, हरियाणा, मणिपुर, गुजरात के मुख्यमंत्री
- बॉलीवुड से अनुपम खेर, भाग्यश्री, मिलिंद सोमण, ईशा गुप्ता
- क्रिकेटर सुरेश रैना, रेसलर खली, साइना नेहवाल
- कोरियोग्राफर रेमो डिसूजा, कवि कुमार विश्वास
- भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव
प्रयागराज में ट्रैफिक और सुरक्षा प्रबंधन सख्त
माघी पूर्णिमा स्नान (12 फरवरी) को देखते हुए प्रयागराज में यातायात प्रबंधन को लेकर सख्ती बढ़ा दी गई है।
- 11 फरवरी शाम 4 बजे से मेला क्षेत्र पूरी तरह नो-व्हीकल जोन
- केवल आवश्यक और आकस्मिक सेवाओं को मिलेगी छूट
- पांच लाख से अधिक वाहन पार्किंग की व्यवस्था
- शटल बसों की संख्या बढ़ाने के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भीड़ प्रबंधन और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सख्त निर्देश दिए हैं।
- श्रद्धालुओं, बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को पूर्ण सहयोग
- भ्रामक सूचना फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई
महाकुंभ 2025: एक नया रिकॉर्ड
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुरुआत में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान जताया था, जो पहले ही पूरा हो चुका है। अभी महाकुंभ के समापन में 15 दिन बाकी हैं और संभावना है कि यह संख्या 50-55 करोड़ के आंकड़े को पार कर जाएगी।
महाकुंभ 2025 न सिर्फ धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी एक नया अध्याय लिखने जा रहा है।