महाकुंभ 2025 के भव्य आयोजन के दौरान आज एक ऐतिहासिक क्षण दर्ज होने जा रहा है। गंगा सफाई अभियान में 300 से 500 लोग एक साथ भाग लेंगे, जिससे एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनेगा। शुक्रवार सुबह 9 बजे, सेक्टर 4 स्थित रामघाट, सेक्टर 7 स्थित भरद्वाज घाट और सेक्टर 9 स्थित गंगेश्वर घाट पर यह ऐतिहासिक सफाई अभियान चलाया जाएगा।
पहली बार बनेगा ऐसा वर्ल्ड रिकॉर्ड
अधिकारियों के अनुसार, अब तक गंगा सफाई से जुड़ा ऐसा कोई विश्व रिकॉर्ड नहीं बना है, जहां सैकड़ों लोग संगठित रूप से एक ही समय पर गंगा की सफाई में जुटें। इस पहल का मुख्य उद्देश्य गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाना है, साथ ही इस आयोजन के माध्यम से लोगों को नदी संरक्षण और पर्यावरण सुरक्षा के प्रति जागरूक करना भी है।
गंगा सफाई अभियान: उद्देश्य और महत्व
गंगा नदी न केवल भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर है, बल्कि करोड़ों लोगों की जल जीवन रेखा भी है। लेकिन समय के साथ इसमें प्रदूषण का स्तर बढ़ता गया है। इस तरह के संगठित सफाई अभियानों से न केवल गंगा को स्वच्छ रखने में मदद मिलेगी, बल्कि आम जनता में नदी संरक्षण को लेकर सामूहिक जिम्मेदारी का भाव भी विकसित होगा।
इस अभियान से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें:
✅ 500 से अधिक स्वयंसेवक और अधिकारी गंगा सफाई में हिस्सा लेंगे।
✅ यह सफाई अभियान गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किए जाने की संभावना है।
✅ आयोजन का नेतृत्व प्रशासन और स्थानीय सामाजिक संगठनों द्वारा किया जा रहा है।
✅ इस अभियान से आम नागरिकों को भी गंगा सफाई में सहयोग देने की प्रेरणा मिलेगी।
गंगा सफाई अभियान से क्या होगा लाभ?
- गंगा के जल की गुणवत्ता में सुधार
- जैव विविधता और जलीय जीवन की रक्षा
- लोगों में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता
- महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजनों को और अधिक स्वच्छ और व्यवस्थित बनाना
स्थानीय प्रशासन की तैयारी
प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, यह अभियान पूरी तरह से संगठित और सुव्यवस्थित तरीके से चलेगा। सफाई अभियान को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए नगर निगम, जिला प्रशासन, गंगा टास्क फोर्स, एनजीओ और स्थानीय स्वयंसेवी संगठनों को जोड़ा गया है।
महाकुंभ के इस ऐतिहासिक पल में शामिल होकर हजारों श्रद्धालु गंगा स्वच्छता अभियान का हिस्सा बनेंगे और इस पवित्र नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाएंगे।