पश्चिम बंगाल कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी नागेंद्र त्रिपाठी को केंद्र सरकार ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) में उप महानिरीक्षक (DIG) पद पर नियुक्त करने का निर्णय लिया है। गृह मंत्रालय ने इस संबंध में पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव मनोज पंत को पत्र भेजा, जिसमें उनकी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति की स्वीकृति मांगी गई थी। ममता बनर्जी सरकार ने नागेंद्र त्रिपाठी को उनकी नई पोस्टिंग के लिए भेजने की सहमति दे दी है।
कौन हैं IPS नागेंद्र त्रिपाठी?
नागेंद्र त्रिपाठी पश्चिम बंगाल कैडर के 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, जिन्हें अब CISF में DIG के रूप में नियुक्त किया जाएगा। यह उनकी पहली केंद्रीय प्रतिनियुक्ति होगी। केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल से तीन अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति मांगी थी, जिनमें से नागेंद्र त्रिपाठी के नाम को स्वीकृति मिल गई है। हालांकि, बाकी दो अधिकारियों के संबंध में अभी फैसला लंबित है।
नंदीग्राम चुनाव से जुड़ा नागेंद्र त्रिपाठी का नाम
नागेंद्र त्रिपाठी 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के दौरान नंदीग्राम क्षेत्र के विशेष पुलिस पर्यवेक्षक थे। उस समय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी के बीच कड़ा मुकाबला था। चुनाव के दिन, ममता बनर्जी ने एक मतदान केंद्र के बाहर धरना दिया था, यह आरोप लगाते हुए कि बीजेपी फर्जी मतदान करवा रही है। उस समय नागेंद्र त्रिपाठी ने मौके पर पहुंचकर ममता बनर्जी को समझाकर धरना समाप्त करने के लिए राजी किया था, जिससे वे सुर्खियों में आए थे।
बाकी दो अधिकारियों पर अभी फैसला लंबित
केंद्र सरकार ने नागेंद्र त्रिपाठी के अलावा दो और आईपीएस अधिकारियों को दिल्ली प्रतिनियुक्ति पर भेजने का अनुरोध किया था। लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अभी उन पर निर्णय नहीं लिया है। ममता सरकार आमतौर पर राज्य के अधिकारियों को दिल्ली भेजने के पक्ष में नहीं रहती, लेकिन इस बार नागेंद्र त्रिपाठी के नाम को मंजूरी दे दी गई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बाकी दो अधिकारियों पर मुख्यमंत्री का क्या फैसला होता है।