महाकुंभ के चलते देशभर से श्रद्धालु बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश के धार्मिक स्थलों का रुख कर रहे हैं। वाराणसी, चित्रकूट और अयोध्या में भारी भीड़ उमड़ रही है, जिससे विशेष रूप से अयोध्या में हालात अत्यधिक भीड़भाड़ वाले हो गए हैं। लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति के कारण पूरा अयोध्या शहर लोगों से खचाखच भर चुका है, और मंदिर परिसर में पैर रखने तक की जगह नहीं बची है।
ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं से की अपील
ऐसे में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि रामलला के दर्शन के लिए 15-20 दिन बाद आएं, क्योंकि मौजूदा स्थिति में एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को संभालना बेहद मुश्किल हो गया है।
हर दिन बढ़ रही भीड़, 30 घंटे में 25 लाख श्रद्धालु पहुंचे
आम दिनों में अयोध्या में प्रतिदिन 2-4 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए आते थे, लेकिन महाकुंभ के कारण यह संख्या कई गुना बढ़ गई है। बीते 30 घंटे में 25 लाख से ज्यादा श्रद्धालु रामलला और हनुमानगढ़ी मंदिर के दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं। स्थिति को देखते हुए प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
अमावस्या और बसंत पंचमी तक रह सकती है भारी भीड़
अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ आगामी अमावस्या और बसंत पंचमी तक बनी रहने की संभावना है। उत्तर प्रदेश सरकार पहले ही महाकुंभ के दौरान अयोध्या में बड़ी संख्या में भक्तों के पहुंचने की संभावना जता चुकी थी, लेकिन अब हालात और भी चुनौतीपूर्ण हो गए हैं।
सुरक्षा और व्यवस्था में जुटा प्रशासन
राम मंदिर और हनुमानगढ़ी जाने वाले रास्ते जन्मभूमि पथ, भक्तिपथ और धर्मपथ पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। अयोध्या की गलियों में भी पैर रखने की जगह नहीं है। प्रशासन श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुचारू दर्शन व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी ताकत से जुटा हुआ है।
जो लोग महाकुंभ के दौरान अयोध्या जाने का विचार कर रहे हैं, उनके लिए बेहतर होगा कि वे 15-20 दिन बाद यात्रा की योजना बनाएं, ताकि भीड़ कम होने के बाद सुगमता से दर्शन कर सकें।