गज़ा में मंगलवार को इज़राइली सेना द्वारा किए गए “विस्तृत हमलों” में कम से कम 330 लोगों की मौत हो गई। यह हमला जनवरी 19 को युद्धविराम शुरू होने के बाद का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है।
गज़ा के नागरिक सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, हमले में मारे गए लोगों में ज्यादातर बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग शामिल थे, जबकि करीब 150 लोग घायल हुए। गज़ा सिटी, उत्तरी गज़ा, देइर अल-बाला, खान यूनिस और रफ़ा सहित कई इलाकों में धमाकों की आवाज सुनी गई।
गज़ा सिटी में हुए हमले में हमास के पुलिस प्रमुख और आंतरिक सुरक्षा सेवाओं के प्रमुख महमूद अबू वतफा के भी मारे जाने की खबर है।
इज़राइली रक्षा बलों (IDF) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा कि वे “गज़ा पट्टी में हमास के आतंकी ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हमले” कर रहे हैं। इस बीच, गज़ा से सटे इलाकों में सभी स्कूल बंद करने के आदेश दिए गए हैं।
हमले के पीछे का कारण
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि यह हमला हमास द्वारा बंधकों को रिहा करने से बार-बार इनकार करने और अमेरिकी राष्ट्रपति दूत स्टीव विटकॉफ व अन्य मध्यस्थों द्वारा दिए गए सभी प्रस्तावों को ठुकराने के कारण किया गया।
IDF ने कहा, “हम अपने बंधकों की रिहाई के लिए हमास के ठिकानों पर हमला कर रहे हैं, जिनमें जीवित और मृत दोनों शामिल हैं।”
इज़राइल ने अब घोषणा की है कि वह हमास के खिलाफ “और भी अधिक सैन्य बल” का प्रयोग करेगा।
हमास का पलटवार
हमास ने नेतन्याहू पर आरोप लगाया कि उन्होंने “युद्ध फिर से शुरू करने का फैसला लेकर बंधकों को बलिदान करने” का निर्णय लिया है।
हमास के एक अधिकारी ने बयान में कहा, “नेतन्याहू का यह कदम उनके राजनीतिक अस्तित्व के लिए एक ‘लाइफबोट’ (बचाव उपाय) है।”
युद्धविराम वार्ता में गतिरोध
गज़ा में युद्धविराम वार्ता इस वजह से अटक गई कि इज़राइल पहले चरण को अप्रैल के मध्य तक बढ़ाना चाहता था, जबकि हमास का कहना था कि वह केवल तभी बंधकों की रिहाई करेगा जब दूसरे चरण की शुरुआत होगी, जो 2 मार्च से शुरू होनी थी।
पिछले हफ्ते, हमास ने अमेरिकी-इज़राइली सैनिक एडन अलेक्जेंडर और चार अन्य बंधकों के शव रिहा करने की पेशकश की थी, लेकिन इज़राइल ने इसे “मनोवैज्ञानिक युद्ध” करार दिया।
गज़ा में युद्धविराम के पहले चरण में 33 इज़राइली बंधकों (जिसमें 5 शव भी शामिल थे) और 5 थाई नागरिकों को रिहा किया गया था, जिसके बदले में 1,800 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा गया था। हमास अब भी करीब 59 बंधकों को अपनी गिरफ्त में रखे हुए है।
गज़ा युद्ध की शुरुआत 7 अक्टूबर 2023 को हुई थी, जब हमास ने दक्षिणी इज़राइल पर हमला कर 1,200 से अधिक लोगों की हत्या कर दी थी और 251 बंधकों को पकड़ लिया था। इसके जवाब में इज़राइल के हमलों में अब तक 48,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और 1.12 लाख से अधिक घायल हो चुके हैं।