इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) ही वह एकमात्र टूर्नामेंट है जहां क्रिकेट प्रशंसकों को अब भी एमएस धोनी को खेलते देखने का मौका मिलता है। चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के इस दिग्गज खिलाड़ी ने 2025 सीज़न के लिए कड़ी ट्रेनिंग की है। चूंकि IPL ही उनका एकमात्र पेशेवर क्रिकेट टूर्नामेंट है, इसलिए 43 साल की उम्र में फिटनेस बनाए रखना उनके लिए एक चुनौती से कम नहीं।
हालांकि, जब पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह हाल ही में एक शादी समारोह में धोनी से मिले, तो उन्हें धोनी की जबरदस्त फिटनेस देखकर आश्चर्य हुआ। हरभजन इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने धोनी से उनकी तैयारी को लेकर सवाल पूछ लिया।
“यह मुश्किल है, लेकिन यही मुझे करना पसंद है” – धोनी
हरभजन ने ESPNcricinfo को बताया, “मैं हाल ही में एक दोस्त की बेटी की शादी में धोनी से मिला। वह बहुत फिट और मजबूत लग रहे थे। मैंने उनसे पूछा, ‘इस उम्र में यह सब करना क्या मुश्किल नहीं?’
इस पर धोनी ने जवाब दिया, ‘हां, यह कठिन है, लेकिन यही एक चीज़ है जो मुझे पसंद है। मुझे इसमें खुशी मिलती है। मैं खेलना चाहता हूं। जब तक भूख बनी रहेगी, तब तक मैं यह करता रहूंगा। सालभर बिना क्रिकेट खेले यह करना मुश्किल है, लेकिन मैं इसे कर रहा हूं और दिखा रहा हूं कि कैसे किया जाता है। मैं सिर्फ खेल नहीं रहा, बल्कि गेंदबाजों पर हावी हो रहा हूं।'”
धोनी की IPL प्रैक्टिस: “हर दिन 2-3 घंटे नेट्स में बल्लेबाजी”
हरभजन ने धोनी की IPL के लिए ट्रेनिंग रूटीन पर भी रोशनी डाली।
उन्होंने बताया, “धोनी पिछले 1-2 महीनों से लगातार प्रैक्टिस कर रहे हैं। जितनी ज्यादा गेंदें आप खेलते हैं, उतना बेहतर टाइमिंग और फॉर्म मिलती है। वह हर दिन चेन्नई में 2-3 घंटे नेट्स में बल्लेबाजी करते हैं। वह मैदान पर सबसे पहले पहुंचते हैं और सबसे आखिर में निकलते हैं, वह भी इस उम्र में। यही फर्क है।”
“धोनी जानते हैं कि वह क्या कर सकते हैं और क्या नहीं” – आकाश चोपड़ा
पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने भी धोनी के T20 क्रिकेट में दृष्टिकोण पर बात की।
उन्होंने कहा, “लोग हमेशा कहते हैं कि धोनी को ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करनी चाहिए। लेकिन वह खुद के साथ ईमानदार हैं। उन्हें पता है कि वह 40 गेंदें नहीं खेल सकते। अगर 12 ओवर बचे हैं और वह बल्लेबाजी करने आते हैं, तो वह जानते हैं कि वह ऐसा नहीं कर पाएंगे। हम भले सोचें कि वह कर सकते हैं, लेकिन असलियत यही है कि उन्हें खुद पर स्पष्टता है कि वह क्या कर सकते हैं और क्या नहीं।”
चोपड़ा ने धोनी की विकेटकीपिंग की भी तारीफ करते हुए कहा, “मैंने आज तक धोनी से तेज़ हाथ किसी के नहीं देखे। अगर गेंद उनके पास जाती है, तो 10 में से 9.5 बार बल्लेबाज आउट ही होगा। उनका हाथ पीछे जाता ही नहीं। वह ग्लव्स के साथ बिजली की गति से काम करते हैं।”
इस उम्र में भी धोनी का खेल पर यह समर्पण और फिटनेस हर किसी के लिए प्रेरणा है।