केरल में कांग्रेस सांसद शशि थरूर द्वारा अपने राजनीतिक विरोधियों की तारीफ किए जाने से पार्टी के भीतर हलचल मच गई थी। उनकी विपक्षी नेताओं के साथ ली गई सेल्फी ने विवाद खड़ा कर दिया, जिससे कांग्रेस के भीतर मतभेद की अटकलें तेज हो गईं। स्थिति को संभालने के लिए पार्टी नेतृत्व को दखल देना पड़ा। हालांकि, ऐसा लगता है कि अब शशि थरूर इस तरह की अटकलों से बचने का फैसला कर चुके हैं।
जय पांडा के साथ फ्लाइट में सेल्फी
ताजा मामला भाजपा सांसद बैजयंत (जय) पांडा के साथ फ्लाइट में खींची गई एक मुस्कुराती सेल्फी का है। जय पांडा ने यह फोटो बीती रात साझा की और “शरारती अंदाज” में लिखा कि वे दोनों अब ‘सही दिशा’ में यात्रा कर रहे हैं।
उन्होंने ट्वीट किया, “मेरे मित्र और सहयात्री ने मुझे शरारती कहा, क्योंकि मैंने कहा कि हम आखिरकार एक ही दिशा में यात्रा कर रहे हैं!”
थरूर की सफाई – ‘सिर्फ सहयात्री हूँ’
इस बार कोई गलतफहमी की गुंजाइश न छोड़ते हुए शशि थरूर ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह सिर्फ भुवनेश्वर तक सहयात्री थे और अगले ही दिन लौटने वाले हैं।
थरूर ने कहा, “मैं केवल भुवनेश्वर तक सहयात्री हूँ! मैं कल सुबह कालिंगा लिटफेस्ट में भाषण देने जा रहा हूँ और तुरंत वापस लौट रहा हूँ।”
उनके इस बयान से यह साफ हुआ कि यह महज एक संयोग था और इसका कोई राजनीतिक अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए।
केरल कांग्रेस में विवाद की पृष्ठभूमि
यह सफाई इसलिए महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि इससे पहले केरल की अर्थव्यवस्था पर शशि थरूर की टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस के भीतर मतभेद उभर आए थे।
थरूर ने केरल में एलडीएफ सरकार की आर्थिक नीतियों और औद्योगिक विकास की सराहना की थी, जिससे कांग्रेस असहज हो गई। पार्टी ने उन पर “राजनीतिक दृष्टिकोण को विकृत” करने का आरोप लगाया।
हालांकि, थरूर ने अपना बचाव करते हुए कहा कि वे केवल राज्य की प्रगति को उजागर कर रहे थे। लेकिन बाद में, जब एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि पिछले नौ वर्षों में केरल में 42,000 से अधिक MSMEs बंद हो गए हैं, तो उन्होंने अपने बयान से पीछे हट लिया।
‘अन्य विकल्प’ वाले बयान पर भी हुआ विवाद
एक पॉडकास्ट इंटरव्यू में, थरूर ने कहा था कि यदि कांग्रेस को उनकी सेवा की आवश्यकता नहीं हुई तो उनके पास ‘अन्य विकल्प’ हैं।
इस बयान ने पार्टी में और अधिक हलचल मचा दी, लेकिन थरूर ने तुरंत स्पष्ट किया कि वह राजनीतिक विकल्पों की नहीं, बल्कि समय बिताने के अन्य तरीकों की बात कर रहे थे।
विपक्षी नेताओं के साथ तस्वीरें और कांग्रेस में नाराज़गी
कुछ दिनों बाद थरूर ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के साथ एक सेल्फी साझा की, जिससे अटकलों को और बल मिला।
पिनाराई विजयन एलडीएफ सरकार के प्रमुख हैं, जो कि कांग्रेस की मुख्य राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी पार्टी है।
कांग्रेस की डैमेज कंट्रोल रणनीति
जब मतभेद की खबरें तेज होने लगीं, तो कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने एकता का संदेश देने की कोशिश की।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक पोस्ट साझा की, जिसमें शशि थरूर और अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ उनकी तस्वीर थी। इस पोस्ट में ‘हम एक हैं’ का संदेश दिया गया, जिससे यह संकेत मिले कि पार्टी थरूर को लेकर किसी भी भ्रम को दूर करना चाहती है।
निष्कर्ष
शशि थरूर की राजनीतिक विरोधियों के साथ मेलजोल और सराहना भरे बयानों से उठे विवाद के बीच, उनका हर कदम अब कांग्रेस के लिए सतर्कता का विषय बन गया है। इस बार जय पांडा के साथ सेल्फी को लेकर किसी भी तरह की अटकलों को रोकने के लिए उन्होंने फौरन सफाई देना जरूरी समझा।