मल्टी-बिलियन डॉलर कंपनी Rippling के सह-संस्थापक प्रसन्ना शंकर ने अपनी पत्नी धिव्या पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। उन्होंने चेन्नई पुलिस पर भी 25 लाख रुपये वसूलने की कोशिश का दावा किया है। मामला तलाक और बेटे की कस्टडी को लेकर चल रहे विवाद से जुड़ा है।
टेक एंटरप्रेन्योर के आरोप
रविवार को X (पूर्व में ट्विटर) पर किए गए पोस्ट्स में प्रसन्ना शंकर ने कहा कि वह चेन्नई पुलिस से “भाग रहे” हैं क्योंकि उनकी पत्नी ने उन पर बेटे के अपहरण का झूठा आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि बिना FIR के ही पुलिस उनकी मोबाइल लोकेशन, कार, UPI और IP एड्रेस ट्रैक कर रही है।
शंकर के अनुसार, उनकी पत्नी धिव्या के विवाहेतर संबंध थे, जिसके बाद वे तलाक की प्रक्रिया में चले गए। उन्होंने यह भी कहा कि तलाक के बाद उनकी पत्नी समझौते की शर्तों से नाखुश थी, जिसके चलते उन्होंने उन पर घरेलू हिंसा, दुष्कर्म और निजी वीडियो वायरल करने जैसे झूठे आरोपलगाए। सिंगापुर पुलिस ने इन सभी आरोपों की जांच कर उन्हें निराधार पाया और उन्हें सभी आरोपों से मुक्त कर दिया।
शंकर ने आगे कहा कि उनकी पत्नी बेटे को जबरन अमेरिका ले गई, जिसके बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय बाल अपहरण का केस दायर किया। अमेरिकी अदालत ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया और एक समझौते (MoU) पर हस्ताक्षर कराए। समझौते के अनुसार, शंकर को अपनी पत्नी को 9 करोड़ रुपये और हर महीने 4.3 लाख रुपये देने थे और बेटे की संयुक्त कस्टडी साझा करनी थी।
हालांकि, कुछ समय बाद धिव्या ने इस समझौते को मानने से इनकार कर दिया और बेटे का पासपोर्ट साझा लॉकर में रखने से मना कर दिया। इसके चलते मामला फिर से कानूनी विवाद में चला गया।
किडनैपिंग का आरोप और पुलिस कार्रवाई
शंकर ने बताया कि जब उन्होंने कानूनी प्रक्रिया के तहत बेटे की कस्टडी साझा करने की मांग की, तो धिव्या ने पुलिस में उनके खिलाफ अपहरण की शिकायत दर्ज कर दी।
उन्होंने दावा किया कि जब पुलिस उनके होटल पहुंची, तो गलत तरीके से गिरफ्तार किए जाने के डर से वे अपने बेटे के साथ वहां से निकल गए। इसके बावजूद, पुलिस उनका पीछा करती रही और उनकी मां के घर तक पहुंच गई।
शंकर ने यह भी आरोप लगाया कि उनके दोस्त गोकुल को पुलिस ने गैर-कानूनी रूप से हिरासत में रखा, क्योंकि उन्होंने बेटे को उनकी पत्नी से लेने में मदद की थी।
“पिछले तीन दिनों से गोकुल को बिना किसी FIR के पुलिस स्टेशन में बिठाया जा रहा है। पुलिस ने धमकी दी है कि अगर मैं सरेंडर नहीं करता तो उसे प्रताड़ित किया जाएगा।“
उन्होंने आगे कहा कि पुलिस ने उनके केयरटेकर का फोन जब्त कर लिया और वहां छापा मारा जहां वह ठहरे हुए थे।
धिव्या के आरोप
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, धिव्या ने अपने बेटे के जबरन छीन लिए जाने की शिकायत दर्ज कराई है।
उन्होंने यह भी कहा कि शंकर ने गुप्त रूप से महिलाओं की रिकॉर्डिंग की थी, जिसके कारण उन्हें सिंगापुर में गिरफ्तार किया गया था। बाद में, उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।
धिव्या ने शंकर पर कर चोरी के आरोप भी लगाए। उनके अनुसार, शंकर ने अपने वैवाहिक संपत्तियों को अपने पिता के नाम ट्रांसफर कर दिया, जिन्होंने बाद में इसे अपने भाई को थाईलैंड भेज दिया।
उन्होंने यह भी दावा किया कि शंकर ने उन्हें धमकी देकर ऐसे दस्तावेजों पर साइन करवाए, जिससे वह अमेरिकी कर अपराधों की रिपोर्ट न कर सकें।
पुलिस का बयान
चेन्नई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शंकर के सभी आरोपों को “बेबुनियाद” बताया है। पुलिस का कहना है कि वे केवल कानूनी प्रक्रिया के तहत मामले की जांच कर रहे हैं।
शंकर का पुलिस पर 25 लाख रुपये वसूलने का आरोप
शंकर ने आरोप लगाया कि चेन्नई पुलिस ने उनसे उनके दोस्त को रिहा करने के लिए 25 लाख रुपये की मांग की है।
उन्होंने X पर लिखा, “थिरुमंगलम पुलिस स्टेशन मुझे पैसे के लिए परेशान कर रहा है, क्योंकि वे जानते हैं कि मैं एक सफल उद्यमी हूं। पुलिस अधिकारी और SI ने मुझसे 25 लाख रुपये मांगे हैं।”
निष्कर्ष
यह मामला तलाक, बेटे की कस्टडी, पुलिस की कार्रवाई और वित्तीय विवादों से जुड़ा है। दोनों पक्षों के अलग-अलग आरोप सामने आ रहे हैं, जबकि पुलिस ने सभी आरोपों को नकारा है।