कनाडा ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान 28 अप्रैल को होने वाले आम चुनावों में हस्तक्षेप कर सकता है, ताकि भारत के बढ़ते वैश्विक प्रभाव का मुकाबला किया जा सके। कनाडा की सुरक्षा खुफिया सेवा (CSIS) की उप निदेशक वेनेसा लॉयड ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस्लामाबाद कनाडा के खिलाफ विदेशी हस्तक्षेप गतिविधियां अंजाम दे सकता है।
“पाकिस्तान सरकार अपने रणनीतिक उद्देश्यों के तहत कनाडा में राजनीतिक, सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देने और भारत के वैश्विक प्रभाव को रोकने के लिए विदेशी हस्तक्षेप कर सकती है,” लॉयड ने कहा।
भारत पर भी लगाए आरोप
वेनेसा लॉयड ने यह भी दावा किया कि भारत भी चुनावों में दखल दे सकता है।
उन्होंने कहा, “हमने देखा है कि भारत सरकार कनाडाई समुदायों और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप करने की मंशा और क्षमता रखती है, ताकि वह अपने भू-राजनीतिक प्रभाव को मजबूत कर सके।”
पहले भी लग चुके हैं ऐसे आरोप
कनाडा पहले भी भारत और पाकिस्तान पर ऐसे आरोप लगा चुका है, जिन्हें नई दिल्ली ने स्पष्ट रूप से खारिज किया है।
एजेंसी ने अप्रैल 2024 में जारी एक सार्वजनिक रिपोर्ट में आरोप लगाया कि 2019 और 2021 के आम चुनावों के दौरान भारत और पाकिस्तान ने “गुप्त गतिविधियों” के माध्यम से कनाडा की राजनीति को प्रभावित करने की कोशिश की।
रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में भारत ने उन चुनावी क्षेत्रों को टारगेट किया, जहां खालिस्तानी समर्थक या पाकिस्तान समर्थक मतदाता हो सकते थे।
यह भी आरोप लगाया गया कि एक भारतीय सरकारी एजेंट ने कुछ उम्मीदवारों को गुप्त रूप से वित्तीय सहायता देकर चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश की। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हुआ कि उम्मीदवारों को इस मदद की जानकारी थी या नहीं।
वहीं, एक अलग रिपोर्ट में 2019 के चुनावों से पहले पाकिस्तान पर गुप्त रूप से कनाडाई राजनीति को प्रभावित करने के आरोप लगे।
भारत ने आरोपों को किया खारिज
नई दिल्ली ने इन आरोपों को “बेबुनियाद” बताते हुए कहा कि असल में कनाडा ही भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है।
भारत और कनाडा के बीच तनाव तब बढ़ गया था जब कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत के शामिल होने का आरोप लगाया था, जिसे भारत ने “बेतुका” करार दिया था।
कनाडा ने चीन और रूस पर भी लगाए आरोप
भारत और पाकिस्तान के अलावा, कनाडा की खुफिया एजेंसी ने चीन और रूस पर भी चुनावों में हस्तक्षेप करने की आशंका जताई।
वेनेसा लॉयड ने कहा, “पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (PRC) कनाडा की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने के लिए AI-सक्षम टूल्स का उपयोग करने की अत्यधिक संभावना है।”
इसके अलावा, बीजिंग कनाडा में चीनी मूल के जातीय, सांस्कृतिक और धार्मिक समुदायों को “गुप्त और भ्रामक” तरीकों से प्रभावित करने की कोशिश कर सकता है।
उन्होंने रूस पर आरोप लगाते हुए कहा कि “रूस ने सोशल मीडिया और समाचार वेबसाइटों पर ‘डिसेमिनेशन नेटवर्क’ (प्रचार नेटवर्क) बनाए हैं, जो क्रेमलिन (रूसी सरकार) की विचारधारा को बढ़ावा देते हैं।”
“संभावना है कि रूस इन ऑनलाइन नेटवर्क का उपयोग करके कनाडाई मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए विदेशी सूचना हेरफेर और हस्तक्षेप अभियानों को अंजाम दे सकता है,” लॉयड ने कहा।