शुक्रवार दोपहर 12:50 बजे (स्थानीय समय) म्यांमार के सेंट्रल क्षेत्र में 7.7 तीव्रता का भीषण भूकंप आया, जिसके बाद 6.8 तीव्रता का आफ्टरशॉक भी महसूस किया गया। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र सागाइंग शहर के उत्तर-पश्चिम में 16 किमी दूर और 10 किमी की गहराई में स्थित था। अभी तक किसी भी हताहत की सूचना नहीं मिली है।
सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है।
थाईलैंड और चीन तक महसूस हुए झटके
इस भूकंप के झटके थाईलैंड के उत्तरी हिस्से और चीन के युन्नान प्रांत तक महसूस किए गए। बैंकॉक में कुछ मेट्रो और रेल सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया। बीजिंग की भूकंप एजेंसी के अनुसार, युन्नान में झटकों की तीव्रता 7.9 मापी गई।
थाईलैंड के प्रधानमंत्री पाएटोंगटर्न शिनवात्रा ने स्थिति की समीक्षा के लिए आपातकालीन बैठक बुलाई है।
भयावह दृश्य: इमारतें हिलीं, पुल ढहे, लोग सड़कों पर भागे
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर वायरल हो रहे वीडियो में बैंकॉक और अन्य शहरों की इमारतों को हिलते हुए और घबराए लोग सड़कों पर भागते हुए देखा गया।
चियांग माई शहर के एक निवासी डुआंगजाई ने AFP को बताया, “मैं सो रहा था, अचानक झटके महसूस हुए और फिर मैं जितनी तेजी से हो सका, पजामा में ही इमारत से बाहर भागा।”
भूकंप से जुड़े कुछ भयानक दृश्य:
- इन्फिनिटी पूल का पानी किनारे से बहता हुआ नजर आया।
- एक घर के छोटे से पूल में पानी इतनी तेजी से उछला कि वह मिनी-सुनामी जैसा दिखने लगा।
- निर्माणाधीन गगनचुंबी इमारत पूरी तरह ढह गई।
ओपन सोर्स इंटेलिजेंस मॉनिटर के अनुसार, इस इमारत के मलबे में कम से कम 40 मजदूरों के लापता होने की आशंका जताई गई है।
म्यांमार में नुकसान का अभी तक कोई स्पष्ट आकलन नहीं
म्यांमार के प्रभावित इलाकों में नुकसान का सटीक आकलन अभी नहीं हो सका है। हालांकि, शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, इरावदी नदी पर स्थित पुराना सागाइंग ब्रिज और कुछ आवासीय इमारतें ढह गई हैं।
मंडले (जो सागाइंग से लगभग 24 किमी दूर है) से आईं तस्वीरों में दिख रहा है कि वहां कुछ लोग मलबे में फंसे हो सकते हैं।
म्यांमार में भूकंप का इतिहास
म्यांमार में भूकंप आना आम बात है। सागाइंग फॉल्ट देश के उत्तर से दक्षिण तक फैला है और 1930 से 1956 के बीच इस क्षेत्र में 7.0 तीव्रता या उससे अधिक के छह बड़े भूकंप दर्ज किए गए थे।
2016 में, 6.8 तीव्रता के भूकंप ने बागान के प्राचीन राजधानी क्षेत्र में तीन लोगों की जान ले ली थी और वहां के ऐतिहासिक मंदिरों की दीवारें गिर गई थीं।
म्यांमार एक विकसित स्वास्थ्य सेवा प्रणाली से वंचित गरीब देश है, खासकर ग्रामीण इलाकों में, जिससे इस आपदा का असर और गंभीर हो सकता है।