प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ के 120वें एपिसोड में देशवासियों को चैत्र नवरात्र, गुड़ी पाड़वा और हिंदू नववर्ष की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “आज चैत्र माह की शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि है, जिससे चैत्र नवरात्र और भारतीय नववर्ष विक्रम संवत 2082 का शुभारंभ हो रहा है।”
पीएम मोदी ने विभिन्न राज्यों में मनाए जाने वाले पर्वों का जिक्र करते हुए कहा कि आज कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में उगादि, महाराष्ट्र में गुड़ी पड़वा मनाया जा रहा है। वहीं, असम में ‘रोंगाली बिहू’, बंगाल में ‘पोइला बोइशाख’ और कश्मीर में ‘नवरेह’ के उत्सव भी जल्द ही मनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि 13 से 15 अप्रैल के बीच पूरे देश में विभिन्न त्योहारों की धूम रहेगी, जिसमें ईद का पर्व भी शामिल है। उन्होंने सभी देशवासियों को इन त्योहारों की शुभकामनाएं दीं।
फिटनेस को लेकर जागरूकता
प्रधानमंत्री मोदी ने फिटनेस के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि हाल ही में दिल्ली में आयोजित फिट इंडिया कार्निवल ने लोगों को प्रेरित किया। इस अनोखे आयोजन में करीब 25,000 लोगों ने भाग लिया, जिनका एक ही लक्ष्य था— फिट रहना और फिटनेस के प्रति जागरूकता फैलाना।
योग दिवस 2025: ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ थीम
पीएम मोदी ने योग दिवस की तैयारी को लेकर भी चर्चा की और बताया कि 21 जून 2025 को होने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ रखी गई है। उन्होंने कहा, “योग पूरी दुनिया को स्वस्थ बनाने का माध्यम है, और इसे अपनाने का यह सही समय है। अगर आपने अब तक योग को अपने जीवन का हिस्सा नहीं बनाया है, तो अभी भी देर नहीं हुई है।”
नागपुर दौरा और आरएसएस मुख्यालय में श्रद्धांजलि
इससे पहले, पीएम मोदी ने नागपुर में डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर का दौरा किया और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार और दूसरे सरसंघचालक एम.एस. गोलवलकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, पूर्व महासचिव सुरेश भैयाजी जोशी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद थे।
माधव नेत्रालय भवन की आधारशिला रखी
प्रधानमंत्री ने नागपुर में माधव नेत्रालय आई इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर के नए विस्तार माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर की आधारशिला भी रखी। यह सुपर-स्पेशलिटी नेत्र चिकित्सा सुविधा 2014 में दिवंगत आरएसएस प्रमुख माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर ‘गुरुजी’ की स्मृति में स्थापित की गई थी।
पीएम मोदी के इस संबोधन में भारत की सांस्कृतिक विविधता, स्वास्थ्य और योग के महत्व को रेखांकित किया गया, जिससे देशवासियों को प्रेरणा मिली।