फॉक्सवैगन टेरा ने हाल ही में लैटिन NCAP क्रैश टेस्ट में हिस्सा लिया और परीक्षण में 5-स्टार रेटिंग हासिल की। टेरा एसयूवी भारतीय बाजार में उपलब्ध स्कोडा कुशाक को टक्कर देती है। फॉक्सवैगन टेरा ने एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में 89.88 प्रतिशत, चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में 87.25 प्रतिशत, और पैदल यात्री सुरक्षा मूल्यांकन में 75.77 प्रतिशत अंक हासिल किए।
परीक्षण में यह निष्कर्ष निकला कि फॉक्सवैगन टेरा एसयूवी सामने की ऑफसेट बैरियर टेस्ट में घुटनों, गर्दन और सिर को काफी सुरक्षा प्रदान करती है। यह यात्री की छाती को अच्छी सुरक्षा प्रदान करती है, जबकि ड्राइवर की छाती की सुरक्षा को मामूली दर्जा दिया गया है। चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन के संबंध में, फॉक्सवैगन टेरा ने डायनेमिक असेसमेंट में 24 में से 21.75 अंक, इंस्टॉलेशन के लिए 12 में से 12 और वाहन मूल्यांकन के लिए 13 में से 9 अंक प्राप्त किए।
फॉक्सवैगन टेरा: डिज़ाइन और अपेक्षित स्पेसिफिकेशन्स
फॉक्सवैगन टेरा एसयूवी का डिज़ाइन अगली पीढ़ी के टिगुआन और टाओस फेसलिफ्ट से प्रेरित है। यह ब्रांड द्वारा पेश की जाने वाली सबसे छोटी एसयूवी है और इसमें एक पतली हनीकॉम्ब ग्रिल के साथ एक बड़ा फॉक्सवैगन लेबल, आकर्षक एलईडी और टूटी हुई एलईडी DRLs जैसे बाहरी तत्व हैं। सामने के बंपर में दो एयर डैम भी हैं। फॉक्सवैगन टेरा में 10-स्पोक डायमंड-कट अलॉय व्हील भी मिलते हैं।
फॉक्सवैगन टेरा के इंजन और पावरट्रेन स्पेसिफिकेशन्स का कंपनी ने खुलासा नहीं किया है। हालांकि, रिपोर्टों के अनुसार, इसमें 1.0-लीटर TSI तीन-सिलेंडर, पेट्रोल इंजन है, जो क्रमशः 116.38 HP और 178 Nm का पीक पावर और टॉर्क आउटपुट देने में सक्षम है।
भारत में लॉन्च और प्रतिद्वंद्वी
फॉक्सवैगन टेरा ने भारत में अपनी लॉन्चिंग की घोषणा नहीं की है। हालांकि, फिलहाल, जर्मन ऑटोमेकर मई 2025 तक ब्राजील में टेरा को लॉन्च करने के लिए तैयार है। अनुमानों के अनुसार, टेरा एसयूवी 2026 की शुरुआत तक भारत में दस्तक देगी। भारत आने पर, यह स्कोडा कुशाक, टाटा नेक्सन, मारुति सुजुकी ब्रेज़ा, हुंडई वेन्यू, महिंद्रा XUV 3XO और किआ सोनेट जैसी कारों को टक्कर देगी।
क्या आप फॉक्सवैगन टेरा की सुरक्षा विशेषताओं के बारे में और अधिक जानना चाहेंगे या इसकी तुलना किसी अन्य एसयूवी से करना चाहेंगे?