पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि हमारे अन्नदाताओं को आर्थिक रूप से संबल बनाने और उन्हें छोटी-मोटी चीजों के लिए ऋण ना लेना पड़े, इसके लिए मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना की शुरुआत होने के बाद से किसानों को काफी राहत मिली थी। किसानों को सालाना पांच हजार से 25 हजार रुपये तक की आर्थिक सहायता मिल रही थी। इस राशि से खाद, बीज, उर्वरक आदि की खरीद के अलावा ओलावृष्टि और मौसम के कारण फसल को हुए नुकसान की थोड़ी भरपाई हो जाती थी। लेकिन वर्तमान सरकार ने योजना बंद कर दी। जिसका सीधा असर किसानों की आर्थिक सेहत पर पड़ रहा है। ओलावृष्टि से फसल नष्ट होने के कारण किसानों की कमर टूट गई है और किसानों की आत्महत्या की घटनाएं होने लगी है।
रघुवर दास ने सरकार से आग्रह किया कि फिर से मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना शुरू कर किसानों के खाते में राशि दी जाए ताकि हमारे अन्नदाताओं को किसी का कर्जदार ना बनना पड़े और वे भी स्वाभिमान के साथ जीवन यापन कर सकें। उन्होंने कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को राहत दी है। राज्य सरकार भी संकट की इस घड़ी में किसानों के प्रति संवेदनशील रुख अपनाते हुए एकमुश्त राशि उन्हें दे। रघुवर दास ने कहा कि वर्तमान में हुई खरीद की बकाया राशि भी किसानों को यथाशीघ्र दे ताकि वे भुखमरी और कर्जदारी से बच सकें।