रांची एयरपोर्ट के पुराने टर्मिनल पर सोमवार को एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और एयरपोर्ट अथॉरिटी के सहयोग से भूकंप बचाव मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और जान-माल के नुकसान को कम करना था।
मॉक ड्रिल में रेस्क्यू ऑपरेशन का प्रदर्शन
ड्रिल के दौरान करीब 30 जवानों ने घायल यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालने, प्राथमिक उपचार देने और एंबुलेंस तक पहुंचाने की प्रक्रिया को अंजाम दिया। उन्होंने यात्रियों को यह भी समझाया कि भूकंप के दौरान घबराने के बजाय सतर्क रहना और सही कदम उठाना कितना महत्वपूर्ण है।
सुरक्षा एजेंसियों की सक्रिय भागीदारी
इस मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ, एयरपोर्ट फायर सर्विस, जिला फायर सर्विस और सीआईएसएफ के जवानों ने हिस्सा लिया। मौके पर एनडीआरएफ के ड्यूटी कमांडेंट रंजीत कुमार सिंह, रणविजय कुमार सिंह, बृजेश कुमार सिंह और उनकी टीम मौजूद रही।
यात्रियों ने मॉक ड्रिल में दिखाई रुचि
एयरपोर्ट पर मौजूद सैकड़ों यात्रियों ने इस अभ्यास को देखा और इससे सीख ली। इस तरह की मॉक ड्रिल से आपदा के समय सही निर्णय लेने में मदद मिलेगी और बचाव कार्य को अधिक प्रभावी बनाया जा सकेगा।