मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले के लामफेल में स्थित सीआरपीएफ कैंप में एक जवान द्वारा की गई फायरिंग में दो जवानों की मौत हो गई, जबकि आठ अन्य घायल हो गए। इस घटना के बाद आरोपी जवान ने खुद को भी गोली मार ली।
कैसे हुआ हादसा?
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, 120वीं बटालियन के हवलदार संजय कुमार ने गुरुवार (13 फरवरी 2025) की रात करीब 8:20 बजे अपनी सर्विस बंदूक से अचानक फायरिंग शुरू कर दी। इस गोलीबारी में एक कांस्टेबल और एक सब-इंस्पेक्टर की जान चली गई, जबकि आठ अन्य जवान घायल हो गए। बाद में संजय कुमार ने खुद को भी गोली मार ली। घायल जवानों को तुरंत इंफाल के क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) में भर्ती कराया गया।
जांच शुरू, कारण अज्ञात
फायरिंग के पीछे के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है। सीआरपीएफ और मणिपुर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि घटना के पीछे के संभावित कारणों को जानने के लिए विस्तृत जांच की जा रही है।
सीआरपीएफ कैंप में आत्महत्या की घटनाएं बढ़ीं
हाल के वर्षों में सीआरपीएफ जवानों द्वारा आत्महत्या की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी गई है।
- अक्टूबर 2024 में अमेठी के त्रिसुंडी कैंप में एक जवान ने खुद को गोली मार ली थी।
- जनवरी 2025 में पटना के आशियाना इलाके में सीआरपीएफ कैंप में एक जवान ने इंसास राइफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।
आगे की कार्रवाई
फिलहाल सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। इस घटना के बाद सुरक्षा बलों के मानसिक स्वास्थ्य और तनाव प्रबंधन को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।