अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके यूक्रेनी समकक्ष वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के बीच शुक्रवार को व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात शुरुआत में तो सौहार्दपूर्ण रही, लेकिन कुछ ही मिनटों में गरमागरम बहस में बदल गई। इस सार्वजनिक विवाद के दौरान मीडिया भी मौजूद था। हालात इतने बिगड़ गए कि यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल को बैठक से बाहर निकलने के लिए कह दिया गया और राष्ट्रपति के लिए तैयार किया गया औपचारिक लंच भी छूआ तक नहीं गया।
यह मुलाकात, जो ट्रंप के दोबारा सत्ता में आने के बाद पहली थी, शुरुआत में तो मुस्कान और हाथ मिलाने के साथ हुई, लेकिन जल्द ही माहौल तब गरम हो गया जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए कूटनीति की आवश्यकता पर जोर दिया। वेंस ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन पर निशाना साधते हुए कहा कि केवल आक्रामक बयानबाजी से समाधान नहीं निकलेगा, बल्कि कूटनीति ही शांति और समृद्धि की राह है।
इस पर ज़ेलेंस्की ने वेंस से सवाल पूछा, जिसका जवाब देते हुए वेंस ने कहा कि कूटनीति से ही युद्ध का विनाश रोका जा सकता है। ज़ेलेंस्की ने पलटवार करते हुए कहा कि 2014 से ही रूस ने यूक्रेन के बड़े हिस्सों पर कब्जा कर रखा है, लेकिन किसी ने उसे नहीं रोका। उन्होंने सवाल किया कि “आप किस तरह की कूटनीति की बात कर रहे हैं?”
वेंस ने ज़ेलेंस्की की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें अमेरिका के प्रति अधिक आभार प्रकट करना चाहिए। ज़ेलेंस्की ने जवाब दिया कि उन्होंने कई बार अमेरिका का धन्यवाद किया है, लेकिन बैठक में ऐसा करने की जरूरत क्यों पड़ रही है? इसी बीच, ट्रंप ने ज़ेलेंस्की को फटकारते हुए कहा कि “तुम हमारे लिए नहीं बता सकते कि हम क्या महसूस करेंगे। तुम्हारा देश मुश्किल में है और तुमने खुद को इस स्थिति में डाल दिया है।”
ट्रंप ने आगे कहा कि अमेरिका की सैन्य सहायता के बिना यह युद्ध दो हफ्तों में खत्म हो जाता। इस पर ज़ेलेंस्की ने पलटकर जवाब दिया, “मैंने यह बात पुतिन से तीन दिन में खत्म होने की भी सुनी थी।”
बैठक समाप्त करने से पहले ट्रंप ने कहा, “यह बहुत अच्छा टेलीविज़न होगा,” और फिर ज़ेलेंस्की को दोबारा व्हाइट हाउस आने के लिए कहा, लेकिन तब जब वह शांति के लिए तैयार हों।
ट्रंप और ज़ेलेंस्की की तीखी बहस के बाद क्या हुआ?
बैठक के बाद ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा कि ज़ेलेंस्की “तब लौट सकते हैं जब वे शांति के लिए तैयार हों।” उन्होंने कहा कि यूक्रेनी राष्ट्रपति अमेरिका की भागीदारी को अपने लिए लाभकारी मानते हैं, लेकिन “मुझे कोई लाभ नहीं चाहिए, मुझे शांति चाहिए।”
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने ज़ेलेंस्की से माफी मांगने की मांग की और कहा कि उन्हें “बैठक को बर्बाद करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।”
हालांकि, ज़ेलेंस्की ने माफी मांगने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि हमने कुछ गलत किया,” लेकिन यह भी माना कि यह बहस पत्रकारों के सामने नहीं होनी चाहिए थी।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिका और यूक्रेन के संबंध सिर्फ दो राष्ट्रपतियों पर निर्भर नहीं हैं और कीव को वाशिंगटन की मदद की सख्त जरूरत है।