पूर्व भारतीय ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन का मानना है कि चैंपियंस ट्रॉफी में मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ‘X-फैक्टर’ साबित हुए और उनकी शानदार गेंदबाजी ने रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम को खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाई। हालांकि, वरुण ने पूरे टूर्नामेंट में सभी मैच नहीं खेले, लेकिन रोहित शर्मा और मुख्य कोच गौतम गंभीर का उन पर भरोसा रंग लाया।
गौरतलब है कि वरुण चक्रवर्ती शुरुआत में भारत की चैंपियंस ट्रॉफी टीम का हिस्सा नहीं थे। इंग्लैंड के खिलाफ व्हाइट-बॉल सीरीज में शानदार प्रदर्शन के बाद उन्हें टीम में शामिल किया गया था। हालांकि, न्यूजीलैंड के रचिन रविंद्र को ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ चुना गया, लेकिन अश्विन ने कहा कि यह पुरस्कार चक्रवर्ती को मिलना चाहिए था।
“अगर मैं जज होता, तो वरुण चक्रवर्ती को देता पुरस्कार” – अश्विन
अश्विन ने अपने हिंदी यूट्यूब चैनल ‘अश की बात’ पर कहा,
“जो भी हो, मेरे अनुसार टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी वरुण चक्रवर्ती थे। उन्होंने पूरा टूर्नामेंट नहीं खेला, लेकिन जब भी खेले, गेम का रुख बदल दिया। अगर वरुण चक्रवर्ती नहीं होते, तो यह मैच पूरी तरह अलग हो सकता था। उन्होंने X-फैक्टर और नयापन दिया। अगर मैं जज होता, तो यह पुरस्कार वरुण को ही देता। वह इस टूर्नामेंट में सबसे बड़ा फर्क पैदा करने वाले खिलाड़ी थे।”
अश्विन ने ग्लेन फिलिप्स को आउट करने के तरीके की भी तारीफ की।
“देखिए, उन्होंने ग्लेन फिलिप्स को कैसे आउट किया। फिलिप्स स्टंप्स को कवर नहीं कर रहे थे, तो वरुण ने क्रीज से बाहर जाकर एक शानदार गुगली फेंकी। मेरे मुताबिक, वरुण को ही प्लेयर ऑफ द सीरीज होना चाहिए था। यह पुरस्कार उसे मिलना चाहिए, जिसने खेल में सबसे बड़ा बदलाव लाया, और वरुण ने वही किया।”
भारतीय गेंदबाजों को दिया सफलता का श्रेय
अश्विन ने भारत की चैंपियंस ट्रॉफी जीत का श्रेय गेंदबाजों को दिया और न्यूजीलैंड को फाइनल में 251/7 पर रोकने के लिए पूरी गेंदबाजी इकाई की सराहना की।
“मैं रोहित शर्मा और गौतम गंभीर के लिए बहुत खुश हूं। सोचिए, जीजी (गंभीर) के लिए यह कितना खास होगा। न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज हारी, कुछ अन्य मुकाबले भी हारे, लेकिन उन्होंने शानदार फैसले लिए। इस टूर्नामेंट में जसप्रीत बुमराह भी नहीं थे, इसके बावजूद भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी जीत ली। यह दिखाता है कि भारतीय क्रिकेट कहां पहुंच चुका है। मुझे लगता है कि दुनिया को अब भारतीय क्रिकेट के इस स्तर तक पहुंचने में समय लगेगा।”
“ऐसा प्रदर्शन उम्मीद नहीं थी” – वरुण चक्रवर्ती
फाइनल के बाद वरुण चक्रवर्ती ने स्वीकार किया कि उन्हें इस तरह के शानदार प्रदर्शन की उम्मीद नहीं थी।
“मुझे नहीं लगा था कि यह मेरे लिए ऐसा रहेगा, लेकिन यह एक सपने के सच होने जैसा है। पहली पारी में स्पिन ज्यादा नहीं मिल रही थी, इसलिए मुझे अनुशासित रहना पड़ा और सिर्फ बुनियादी रणनीति पर टिके रहना पड़ा,” चक्रवर्ती ने ब्रॉडकास्टर्स से कहा।
वरुण चक्रवर्ती टूर्नामेंट के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे, और उन्होंने अपने प्रदर्शन से टीम की जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया।