भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने राज्य सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि राज्य में विधि व्यवस्था ध्वस्त है। जनता से नियमों का पालन करने को कहा जा रहा है जबकि राज्य के मंत्री कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। एक तरफ पूरा प्रदेश कोरोना संकट के बीच लॉक्ड डाउन से जूझ रहा है वहीं मंत्री आलमगीर आलम अपने कारनामों से संवैधानिक संकट पैदा कर रहे है।
श्री प्रकाश ने कहा कि विगत 29 मार्च को मंत्री ने अपने पत्र के माध्यम से रांची ज़िला प्रशाशन पर दबाव बनाकर लॉक्ड डाउन के बीच 600 लोगो को रांची से बाहर ले जाने के लिये बसों की स्वीकृति दिलाई और इसी को आधार बनाकर मंत्री ने लोगों को रांची से बाहर कोडरमा, साहेबगंज आदि स्थानों पर भेजा। इसमें अधिकांश लोग बांग्लादेशी हैं। दीपक प्रकाश ने रांची उपायुक्त द्वारा इस संबंध में जारी दूसरे पत्र के हवाले बताया कि प्रशासन ने भारत सरकार के निर्देश के आलोक में गाड़ियों के संचालन आदेश को उसी दिन निरस्त किया है फिर भी मंत्री ने बसों में बैठाकर लोगो को कैसे भेजा।
उन्होंने कहा कि जहां मंत्री ही नियम कानून को तोड़ते हैं वहां जनता से कैसे उम्मीद की जा सकती है। यह मुख्यमंत्री छोटे पदाधिकारियों को अनुशासन की सीख दे रहे, दंडित कर रहे जबकि अपने मंत्री के संगीन अपराधों पर पर्दा डाल रहे। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता इन करतूतों को समझ रही है। मुख्यमंत्री को तत्काल ऐसे मंत्री पर आपराधिक मुकदमा दर्ज कराते हुए मंत्रिमंडल से बर्खास्त करना चाहिये।