भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह किया है कि वह सरकारी स्तर पर समन्वय को बेहतर बनाएं। वर्तमान समय में सरकारी तंत्र में समन्वय की भारी कमी देखी जा रही है जिसके कारण घोषणा जमीनी धरातल पर नहीं उतर पा रही है। सरकार ने घोषणा की थी कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के जरिए थानों से ज़रूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। लेकिन वर्तमान में स्थिति यह है की ऐसे किचन बहुत कम चल रहे हैं। जहां चल भी रहे हैं वहां थानेदार अपनी पॉकेट से इन सामुदायिक किचन को चला रहे हैं। सरकारी स्तर से थानों के पास अभी तक कोई मदद नहीं पहुंची है। इसी तरह सरकार ने घोषणा की थी कि झारखंड लौटने वाले सभी लोगों को स्वास्थ्य परीक्षण होगा। उसके बाद ही वे अपने घरों को जा पाएंगे। लेकिन हाल के दिनों में लाखों लोग झारखंड लौटे हैं। इनमे से अधिकांश का बेसिक चिकित्सीय भी नही हो पाया।
प्रतुल ने कहा की पूरा विश्व पिछले 100 वर्ष की सबसे बड़ी आपदा से जूझ रहा है। इसीलिए इससे निपटने और राहत सामग्री पहुंचाने के लिए बेहतर समन्वय की आवश्यकता है।
प्रतुल ने कहा कि हाल के दिनों में बड़ी सँख्या में ऐसे लोग भी झारखंड लौटे हैं जो दशकों से दूसरे शहरों में रह रहे थे। अगर ऐसे लोगों के पास राशन कार्ड भी उपलब्ध न हो तो भी सरकार को इसे नजरअंदाज करते हुए इनके लिए भोजन और राहत सामग्री पहुंचाने की व्यवस्था करनी चाहिए।