उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी नैंन्सी सहाय की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभागार में रोकड़ बही एवं लेखा संधारण के उचित एवं नियमानुकूल संधारण के साथ इससे जुड़ी होने वाली समस्याओं को दूर करने के उद्देश्य से चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस दौरान उपायुक्त ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी को संबोधित करते कहा कि हमारे कार्यशाली को बेहतर बनाने में प्रशिक्षण का योगदान काफी महत्वपूर्ण होता है। प्रशिक्षण के माध्यम से कर्मियों की कार्यकुशलता में निखार के साथ कार्यालयों की कार्यप्रणाली में भी सुधार आयेगी। ऐसे में आप सभी को चाहिये कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला लेखा पदाधिकारी द्वारा बतायी जा रही तमाम बातों पर गौर करें, ताकि जो प्रशिक्षण में उन्हें बताया जा रहा है उसे अपने कार्यालय के व्यवस्था के अनुरूप ढाल सकें। इन कार्याें को लेकर अपने अनुभवों के अनुरूप अपने-अपने सुझाव भी दें जिससे इस प्रशिक्षण का सही मतलब निकल सके।
इसके अलावा प्रशिक्षण के दौरान उपायुक्त ने कहा कि कार्यालय में आप अपने नियंत्री पदाधिकारी के निदेश पर तो कार्य करते हुए, अपने अनुभव के साथ अपनी क्षमता का भी उपयोग करें। साथ हीं प्रशिक्षण के दौरान उपायुक्त ने आय-व्यय का लेखा संधारण, कार्यालयों में प्रतिदिन होने वाले कार्यो का वित्तीय एवं सरकारी नियमों के आलोक में पंजी संधारण, चलान पंजी, भुगतान पंजी, रोकड़ पंजी, लेखा पंजी सरकारी प्राप्तियों को कोषागार में जमा करना, सरकारी खाते के लिये कोषागार एवं अभिलेखों के संधारण को लेकर विस्तृत जानकारी के साथ आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया गया।