झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव की आहट के साथ राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। चर्चाएं हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) को बड़ा झटका दे सकते हैं। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, चंपाई सोरेन और कुछ अन्य विधायकों के भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। शुक्रवार को राजनीतिक गलियारे में चर्चा थी कि चंपाई सोरेन और पूर्व विधायक लोबिन हेंब्रम दिल्ली में हैं, लेकिन चंपाई उस समय जमशेदपुर में मौजूद थे।
जमशेदपुर में जब उनसे इस बारे में सवाल पूछा गया, तो चंपाई सोरेन ने मुस्कुराते हुए कहा कि उनका राजनीतिक जीवन बहुत लंबा है और कुछ भी कहना अभी मुश्किल है। उनके इस बयान के बाद झारखंड की राजनीति में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।
चंपाई सोरेन की BJP से नजदीकी
भाजपा के वरिष्ठ नेता हिमंता बिस्व सरमा ने चंपाई सोरेन की प्रशंसा करते हुए कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) में चंपाई का हक हेमंत सोरेन से ज्यादा है। उन्होंने चंपाई के संघर्ष की सराहना की और कहा कि चंपाई अपना रास्ता चुनने के लिए खुद समर्थ हैं। इस बयान के बाद अटकलें और भी तेज हो गईं कि चंपाई सोरेन भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
चंपाई सोरेन के बेटे के चुनाव लड़ने की तैयारी
राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि अगर चंपाई सोरेन BJP में शामिल होते हैं, तो उनके बेटे बाबूलाल सोरेन को घाटशिला या पोटका से विधानसभा चुनाव में उतारा जा सकता है। वर्तमान में ये सीटें JMM के विधायकों के पास हैं।
लोबिन हेंब्रम का BJP से जुड़ने का संकेत
पूर्व विधायक लोबिन हेंब्रम, जिन्हें JMM से निलंबित कर दिया गया था, ने भी BJP में शामिल होने के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही इस बारे में फैसला लेंगे और भाजपा के बड़े नेताओं से संपर्क में हैं।
इस पूरे घटनाक्रम से झारखंड की राजनीति में हलचल मची हुई है, और आने वाले दिनों में चंपाई सोरेन के फैसले पर सबकी नजरें टिकी रहेंगी।