IPS की नौकरी देश की सबसे प्रतिष्ठित नौकरियों में से एक मानी जाती है, जिसे पाने का सपना लाखों युवा देखते हैं। UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास करने के बाद ही इस पद को प्राप्त किया जा सकता है, और अनुभव के आधार पर प्रमोशन मिलता है। हाल ही में एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) का डायरेक्टर जनरल नियुक्त किया गया है।
1991 बैच के IPS अधिकारी
ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह असम-मेघालय कैडर के 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्हें 18 जनवरी, 2025 को कैबिनेट की नियुक्ति समिति द्वारा CRPF के डायरेक्टर जनरल के रूप में नियुक्त किया गया। उनका कार्यकाल 30 नवंबर, 2027 तक रहेगा। उन्होंने यह पद कार्यवाहक प्रमुख एवं स्पेशल DG वितुल कुमार से ग्रहण किया है। इससे पहले, वह असम पुलिस के महानिदेशक (DGP) सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं।
आतंकवाद विरोधी अभियानों में निभाई अहम भूमिका
अपने करियर में ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने आतंकवाद विरोधी अभियानों, पुलिस सुधारों और लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने SPG (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) और NIA (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) में भी काम किया है।
शैक्षणिक पृष्ठभूमि
- उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले से ताल्लुक रखते हैं।
- लखनऊ में स्कूली और उच्च शिक्षा पूरी की।
- B.Sc और M.Sc की डिग्री हासिल की।
- UPSC परीक्षा पास कर हैदराबाद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग ली।
करियर की शुरुआत और अहम पद
1992 में असम में अपने करियर की शुरुआत करने वाले जीपी सिंह ने सोनितपुर, रंगिया और नलबाड़ी में विभिन्न पुलिस पदों पर कार्य किया। बाद में उन्होंने जोरहाट, गुवाहाटी और बारपेटा में पुलिस अधीक्षक (SP) के रूप में सेवाएं दीं। उनके नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण अभियानों को सफलता मिली।
अब CRPF के नए डायरेक्टर जनरल के रूप में उनकी नियुक्ति से उम्मीद की जा रही है कि वे अपने अनुभव और नेतृत्व क्षमता से इस बल को और मजबूत करेंगे।